क्या पीएमयूवाई स्कीम में सब्सिडी पाने वाले लोगों की संख्या 2025 में 10.35 करोड़ होगी?
सारांश
Key Takeaways
- 2025 में लाभार्थियों की संख्या 10.35 करोड़ होगी।
- सरकार 300 रुपए की सब्सिडी देती है।
- सुरक्षा मानकों में सुधार हुआ है।
- नए LPG कनेक्शनों की संख्या बढ़ाई जा रही है।
- डिजिटल पेमेंट की सुविधा बढ़ाई गई है।
नई दिल्ली, 26 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (पीएमयूवाई) के तहत लाभ प्राप्त करने वाले व्यक्तियों की संख्या 2025 में 10.35 करोड़ तक पहुँच गई है। यह जानकारी पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने शुक्रवार को साझा की।
पीएमयूवाई के अंतर्गत, सरकार गरीब परिवारों को 14.2 किलो के एलपीजी सिलेंडर पर 300 रुपए की सब्सिडी प्रदान करती है। एक परिवार एक वर्ष में अधिकतम नौ सिलेंडर पर यह सब्सिडी ले सकता है।
इस योजना ने देश में एलपीजी की खपत को बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। वित्तीय वर्ष 2024-25 में, देश में प्रति परिवार औसत खपत 4.47 सिलेंडर तक पहुँच गई है, जो वित्तीय वर्ष 2019-20 में 3 थी। वहीं, वित्तीय वर्ष 2025-26 में यह 4.85 तक पहुँचने की उम्मीद है।
सरकार ने बताया कि लंबित आवेदन को निपटाने और अधिक परिवारों तक एलपीजी गैस पहुँचाने के लिए, वित्तीय वर्ष 2025-26 के दौरान 25 लाख अतिरिक्त एलपीजी कनेक्शन जारी करने की स्वीकृति दी गई है। आधार प्रमाणीकरण में तेजी लाकर सब्सिडी टारगेटिंग और पारदर्शिता में सुधार किया गया।
1 दिसंबर, 2025 तक, बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन ने पीएमयूवाई के 71 प्रतिशत और नॉन-पीएमयूवाई के 62 प्रतिशत उपभोक्ताओं को कवर किया।
सरकार ने बताया कि देशभर में चलाए गए 'बेसिक सेफ्टी चेक' अभियान ने ग्राहक सुरक्षा को मजबूत किया है। ग्राहकों के घरों पर 12.12 करोड़ से अधिक मुफ्त सुरक्षा निरीक्षण किए गए हैं और 4.65 करोड़ से अधिक एलपीजी होज रियायती दरों पर बदले गए हैं, जिससे घरेलू एलपीजी उपयोग में जागरूकता और सुरक्षा मानकों में काफी सुधार हुआ है।
मंत्रालय ने पेट्रोलियम मार्केटिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने पर भी जोर दिया है। 90,000 से अधिक रिटेल आउटलेट्स को डिजिटल पेमेंट की सुविधा दी गई है, जिन्हें 2.71 लाख से ज्यादा पीओएस टर्मिनलों का समर्थन मिला है।
मंत्रालय ने आगे कहा कि सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन कवरेज बढ़कर 307 भौगोलिक क्षेत्रों तक पहुँच गई है। सितंबर 2025 तक, पीएमजी घरेलू कनेक्शन की संख्या बढ़कर 1.57 करोड़ और सीएनजी स्टेशन की संख्या बढ़कर 8,400 से अधिक हो गई है।