क्या मध्य प्रदेश में ट्रेनिंग एयरक्राफ्ट क्रैश हुआ? गांववालों ने पायलट और ट्रेनी को कैसे बचाया?
सारांश
Key Takeaways
- सुरक्षा: एयरक्राफ्ट प्रशिक्षण में सुरक्षा उपायों की आवश्यकता है।
- गांववालों का साहस: गांववालों ने पायलट और ट्रेनी को सुरक्षित निकाला।
- तकनीकी खराबी: तकनीकी समस्याएं हादसों का कारण बन सकती हैं।
- पुलिस जांच: पुलिस मामले की जांच कर रही है।
- जन जागरूकता: ऐसी घटनाओं से लोगों को जागरूक होना चाहिए।
भोपाल, 8 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश के सिवनी जिले में सोमवार की शाम एक गंभीर हादसा टल गया, जब एक ट्रेनिंग एयरक्राफ्ट उड़ान के दौरान हाई-वोल्टेज बिजली की लाइन से टकराने से बाल-बाल बचा और कुरई थाना क्षेत्र के सुकतरा गांव के समीप क्रैश हो गया।
पुलिस के अनुसार, यह घटना शाम लगभग 6:30 बजे घटी। इस घटना से इलाके में दहशत फैल गई। गांववाले तुरंत मौके पर पहुंचे और ट्रेनर (पायलट) और ट्रेनी दोनों को सुरक्षित रूप से बाहर निकाल लिया।
क्रैश का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है।
समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बात करते हुए कुरई पुलिस स्टेशन के इन्वेस्टिगेशन ऑफिसर (आईओ) सीएस टेकाम ने कहा, "ट्रेनर और ट्रेनी दोनों खतरे से बाहर हैं। उन्हें अस्पताल ले जाया गया है। एक के सिर में और दूसरे के चेहरे पर चोटें आई हैं।"
पुलिस अधिकारी ने बताया कि एयरक्राफ्ट दो सीटों वाला ट्रेनी प्लेन था। उन्होंने ट्रेनर और ट्रेनी की पहचान अजीत एंथनी और अशोक छावा के रूप में की।
उन्होंने कहा कि हम जांच के लिए उच्च अधिकारियों से निर्देशों का इंतजार कर रहे हैं। प्लेन का एक पहिया 33 केवी हाई-टेंशन लाइन में फंस गया था, जिससे प्लेन जमीन पर उतरने से पहले टावर से अलग हो गया।
पुलिस अधिकारी ने कहा कि ट्रेनिंग कंपनी 2023 से इस क्षेत्र में काम कर रही है।
चश्मदीदों और प्रारंभिक जांच के अनुसार, प्लेन अचानक तकनीकी खराबी के कारण नीचे गिरने लगा। संभवतः इसकी पावर चली गई थी और इसका एक पहिया कुछ समय के लिए हाई-वोल्टेज लाइन में फंस गया था।
भारी लोड के कारण तार टूट गया, जिससे तेज आवाज, चिंगारी और घबराहट हुई। पुलिस अधिकारी ने बताया कि सौभाग्य से कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ।
स्थानीय लोगों ने बताया कि जब एयरक्राफ्ट तारों से टकराया तो चिंगारी निकली और कुछ ही क्षणों में गांव वालों को एहसास हुआ कि प्लेन में बैठे लोग संकट में हैं। इसके बाद वे मदद के लिए मौके पर पहुंचे।
गांव वालों ने यह भी आरोप लगाया कि यह पहली ऐसी घटना नहीं है; उनका दावा है कि ट्रेनिंग एयरक्राफ्ट पहले भी दो बार रनवे पर चलते समय पलट चुका है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि प्लेन कुछ और सेकंड के लिए तारों में फंसा रहता, तो परिणाम बहुत खराब हो सकते थे।