क्या उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन विजयवाड़ा उत्सव का हिस्सा बने?

सारांश
Key Takeaways
- उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन की विजयवाड़ा में पहली आधिकारिक यात्रा।
- आंध्र प्रदेश की संस्कृति और विकास की सराहना।
- विजयवाड़ा उत्सव में 250 से अधिक कार्यक्रमों का आयोजन।
- नवरात्रि का महत्व और महिलाओं की भूमिका पर चर्चा।
- उत्सव में विभिन्न मंत्री और नेता उपस्थित रहे।
विजयवाड़ा, 24 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन ने अपनी पहली आधिकारिक यात्रा के दौरान आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में आयोजित विजयवाड़ा उत्सव में भाग लिया। इस खास मौके पर उनकी पत्नी आर सुमति भी उनके साथ थीं।
अपनी यात्रा की शुरुआत में उपराष्ट्रपति ने इंद्रकीलाद्रि पहाड़ी पर स्थित कनक दुर्गा देवी मंदिर में पूजा-अर्चना की। इसके पश्चात उन्होंने पुन्नामी घाट पर आयोजित भव्य विजयवाड़ा उत्सव में हिस्सा लिया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा, "उपराष्ट्रपति बनने के बाद यह मेरी दिल्ली के बाहर पहली यात्रा है और मैं बहुत खुश हूं कि मेरी यह शुरुआत विजयवाड़ा से हुई। यह यात्रा मेरे लिए अविस्मरणीय रहेगी।"
उन्होंने कहा कि आंध्र प्रदेश को वह देश की 'अन्नपूर्णा' मानते हैं और यह राज्य सभी क्षेत्रों में तेजी से आगे बढ़ रहा है। उनका विश्वास है कि जल्द ही विकसित आंध्र प्रदेश का सपना पूरा होगा।
सीपी राधाकृष्णन ने बताया कि अमेरिका की अर्थव्यवस्था में आंध्र प्रदेश के उद्यमियों का महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने तेलुगु संस्कृति और परंपराओं की सराहना की और कहा कि विजयवाड़ा उत्सव लोगों को जोड़ता है, जिससे समाज में एकता और समरसता का भाव बढ़ता है।
नवरात्रि पर उन्होंने कहा, "अन्य त्योहार जहां 1 से 3 दिन में समाप्त हो जाते हैं, वहीं नवरात्रि 9 दिनों तक मनाई जाती है। इससे यह संदेश मिलता है कि महिलाएं पुरुषों से कहीं अधिक महत्वपूर्ण हैं।"
विजयवाड़ा उत्सव के तहत सांस्कृतिक, साहित्यिक और संगीत से जुड़े 250 से अधिक कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं, जिसमें 3,000 से अधिक कलाकार भाग ले रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने उत्सव को भारत की जीवंत परंपराओं की लाइब्रेरी बताया और कहा कि यह आयोजन दर्शाता है कि संस्कृति और व्यापार एक साथ चल सकते हैं।
उत्सव में राज्य के स्वास्थ्य मंत्री सत्य कुमार यादव, पर्यटन मंत्री कंडुला दुर्गेश, विजयवाड़ा सांसद केसिनेनी शिवनाथ, मानव संसाधन मंत्री नारा लोकेश समेत कई विधायक, सांसद और वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
आंध्र प्रदेश के राज्यपाल अब्दुल नजीर और मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने गन्नवरम एयरपोर्ट पर उपराष्ट्रपति का स्वागत किया। कार्यक्रम में भाग लेने के बाद उपराष्ट्रपति तिरुपति रवाना हुए, जहां वे वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर के दर्शन करेंगे।