क्या हिसार में जीजेयू छात्रों का फीस बढ़ोतरी के खिलाफ धरना प्रभावी होगा?

सारांश
Key Takeaways
- छात्रों ने फीस वृद्धि के खिलाफ प्रदर्शन किया।
- कुलपति ने बातचीत से हल निकालने का आश्वासन दिया।
- छात्रावास की मरम्मत की जा रही है।
- BPL छात्रों की फीस में छूट है।
- छात्रों की एकता जरूरी है।
हिसार, 5 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। गुरु जंभेश्वर विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (जीजेयू), हिसार में फीस बढ़ोतरी के खिलाफ छात्रों का विरोध प्रदर्शन और तेज हो गया है। छात्रों ने मंगलवार को कुलपति कार्यालय के बाहर धरना देकर अपनी मांगों को लेकर आवाज बुलंद की। प्रदर्शनकारी छात्रों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जातीं, तब तक उनका धरना जारी रहेगा।
छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन से आग्रह किया है कि सभी पाठ्यक्रमों में की गई फीस वृद्धि को वापस लिया जाए। उन्होंने छात्रावास और भोजन शुल्क में कटौती की भी मांग की। इसके साथ ही, उन्होंने टीजीटी ब्रिज पाठ्यक्रम की अवधि को पांच साल तक बढ़ाने और परीक्षा में लागू विषम-समान प्रणाली को समाप्त करने की भी मांग की।
इस मुद्दे पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नरसिंह राम बिश्नोई ने छात्रों से संयम बरतने की अपील की और कहा कि उनकी समस्याओं का समाधान बातचीत से निकाला जाएगा। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय की फीस अन्य तकनीकी विश्वविद्यालयों जैसे मुरथल और फरीदाबाद की तुलना में काफी कम है। साथ ही, विभिन्न वर्गों के छात्रों को पहले से ही फीस में रियायत दी जा रही है।
कुलपति ने बताया कि बीपीएल श्रेणी के छात्रों की एक तिहाई फीस माफ की जाती है, जबकि एससी/एसटी छात्रों को भी विशेष छूट दी जाती है। इसके अलावा, कई जरूरतमंद छात्रों को फाइनेंशियल हेल्प और फेलोशिप दी जा रही है। एचकेआर वर्ग के छात्रों की फीस पूरी तरह माफ की जा रही है।
छात्रावास की स्थिति पर उन्होंने बताया कि हॉस्टल के कमरों में मरम्मत का कार्य चल रहा है और कार्य पूरा होते ही सभी छात्रों को समुचित आवास सुविधा मुहैया कराई जाएगी।
प्रदर्शनकारी छात्र हरीकेश विकास बनभौरी ने कहा कि छात्रों की एकजुटता रंग लाएगी और विश्वविद्यालय को उनकी मांगों पर विचार करना होगा। इस बीच, विश्वविद्यालय प्रशासन और छात्रों की कमेटी के बीच लगातार बातचीत का दौर जारी है और उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही कोई ठोस समाधान निकलकर सामने आएगा।