'क्या एचडी कुमारस्वामी मंत्री बनने के लायक नहीं रहेंगे?' इमरान मसूद का 'भगवद् गीता' पर बयान
सारांश
Key Takeaways
- इमरान मसूद ने 'भगवद् गीता' को पाठ्यक्रम में शामिल करने की मांग पर सवाल उठाया।
- उन्होंने इसे 'तमाशा' बताया।
- कहा कि ये लोग भविष्य में मंत्री नहीं बनेंगे।
- उन्होंने भाजपा के फिक्स्ड गेम वाले बयान पर भी प्रतिक्रिया दी।
- इंडिगो की उड़ानों में देरी पर असंतोष व्यक्त किया।
नई दिल्ली, 6 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने केंद्रीय मंत्री एचडी कुमारस्वामी द्वारा स्कूली पाठ्यक्रम में 'भगवद् गीता' को शामिल करने की मांग पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इसे 'तमाशा' करार देते हुए कहा कि ये लोग आखिरी बार मंत्री हैं और भविष्य में कभी मंत्री बनने के योग्य नहीं रहेंगे।
इमरान मसूद ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "हमारे देश के धर्मनिरपेक्ष स्वरूप को खत्म करने की मंशा क्यों है? देश को किस दिशा में ले जा रहे हैं?" उन्होंने आगे कहा, "अगर भगवद् गीता को पाठ्यक्रम में शामिल किया जाता है तो फिर कोई कुरान की मांग करेगा, कोई गुरुग्रंथ की और कोई बाइबिल की। क्या यह तमाशा है?"
उन्होंने एचडी कुमारस्वामी के बारे में कहा कि ये मंत्री बनने के लिए योग्य नहीं रहेंगे।
इसके अलावा, इमरान मसूद ने भाजपा के उस बयान पर भी प्रतिक्रिया दी जिसमें कहा गया था कि ममता बनर्जी और हुमायूं कबीर के बीच फिक्स्ड गेम हो रहा है। उन्होंने कहा, "यह फिक्स्ड गेम आपकी (भाजपा) और ममता बनर्जी के बीच हो सकता है।"
बाबरी मस्जिद निर्माण के संदर्भ में उन्होंने कहा, "ममता बनर्जी को चाहिए कि वे हुमायूं कबीर को सख्ती से रोकें ताकि देश में कोई तमाशा न बने।"
इमरान मसूद ने इंडिगो की उड़ानों में देरी और निलंबन पर भी अपनी असंतोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा, "मैं हैदराबाद जा रहा था, मुझे समझ नहीं आ रहा कि मैं कैसे जाऊं? जब तक देश में एकाधिकार पर नियंत्रण नहीं होगा, तब तक यही स्थिति बनी रहेगी। इंडिगो 60 प्रतिशत एविएशन सेक्टर पर हावी है।"