क्या इंदौर पुलिस ने 10 हजार के इनामी बदमाश को गिरफ्तार किया?
सारांश
Key Takeaways
- गुरुदयाल बरनाला की गिरफ्तारी अवैध हथियार तस्करी के खिलाफ महत्वपूर्ण कदम है।
- पुलिस ने साइबर तकनीक का उपयोग कर आरोपी को पकड़ा।
- इस गिरफ्तारी से तस्करी के नेटवर्क में कमी आएगी।
- अवैध हथियारों की तस्करी में शामिल व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इंदौर, 15 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश के इंदौर क्राइम ब्रांच ने अवैध हथियारों की तस्करी के खिलाफ एक महत्वपूर्ण उपलब्धि प्राप्त करते हुए बड़वानी के कुख्यात और फरार फायर आर्म्स तस्कर गुरुदयाल बरनाला को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने तलाशी के दौरान भारी मात्रा में हथियार बरामद किए हैं।
गुरुदयाल की गिरफ्तारी को पुलिस की बड़ी सफलता माना जा रहा है, क्योंकि उसके पकड़े जाने से अवैध हथियार तस्करी के नेटवर्क को तोड़ने में मदद मिलेगी। आरोपी लंबे समय से पुलिस की पकड़ से दूर था, जिस पर इंदौर पुलिस कमिश्नरेट ने 10,000 रुपए का इनाम घोषित किया था।
जानकारी के अनुसार, पुलिस आयुक्त संतोष कुमार सिंह के निर्देश पर शहर में अवैध हथियारों की आपूर्ति करने वाले गिरोहों के खिलाफ विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसी अभियान के तहत क्राइम ब्रांच ने साइबर तकनीक और मुखबिरों की गोपनीय सूचना के आधार पर आरोपी की लोकेशन ट्रेस की। आरोपी सेंधवा, बड़वानी में लगातार ठिकाने बदलकर छिपा हुआ था, लेकिन क्राइम ब्रांच की टीम ने उसे घेराबंदी कर गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने बताया कि इस मामले में पहले भी एक आरोपी को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिसके कब्जे से 8 पिस्टल, मैगजीन, 2 जिंदा कारतूस और एक मोटरसाइकिल जब्त की गई थी। उसी आरोपी की निशानदेही पर गुरुदयाल बरनाला का नाम सामने आया था, जिसके बाद उसकी तलाश तेज कर दी गई थी।
पूछताछ में आरोपी ने खुलासा किया कि वह मूल रूप से मजदूरी करता था, लेकिन जल्दी पैसा कमाने की लालसा में उसने अवैध हथियारों की तस्करी शुरू कर दी। वह बड़वानी से फायर आर्म्स मंगवाकर इंदौर और आसपास के क्षेत्रों में सप्लाई करता था। पुलिस अब आरोपी से गहन पूछताछ कर रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि इस नेटवर्क में और कौन-कौन लोग शामिल हैं और हथियार किन रास्तों से लाए जाते थे।
क्राइम ब्रांच आरोपी को पुलिस रिमांड में लेकर उसके सहयोगियों की तलाश कर रही है। पुलिस अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि अवैध हथियारों की तस्करी में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज कर आगे की जांच जारी है और पुलिस का दावा है कि इस गिरफ्तारी से अपराधियों के मन में भय पैदा होगा तथा हथियार तस्करी पर बड़ी रोक लगेगी।