क्या प्रधानमंत्री मोदी का बिहार और बिहारवासियों से गहरा संबंध है? 'मोदी आर्काइव' पर साझा वीडियो से होगा स्पष्ट
सारांश
Key Takeaways
- प्रधानमंत्री मोदी का बिहार के प्रति गहरा लगाव है।
- बिहार की ऐतिहासिक विजय का जश्न मनाया गया।
- सोशल मीडिया पर मोदी का पुराना वीडियो साझा किया गया।
- मोदी ने बिहार की प्रतिभाओं को सम्मानित किया।
- गुजरात और बिहार के बीच एकता की भावना को उजागर किया।
नई दिल्ली, 15 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को अपने गृह राज्य गुजरात में थे। इस दौरान उन्होंने सूरत में एक जनसभा को संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन की शुरुआत बिहार में मिली जीत की खुशी से की।
उन्होंने कहा कि बिहार में ऐतिहासिक विजय हुई है। उन्होंने गुजरात में रहने वाले बिहार के लोगों के साथ यह खुशी साझा की। उन्होंने कहा कि गुजरात में रहने वाले मेरे बिहारी भाइयों का हक बनता है और मेरी स्वाभाविक जिम्मेदारी बनती है कि आप लोगों के बीच आकर इस विजयोत्सव के कुछ पल का मैं भी हिस्सा बनूं।
यह कहीं न कहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बिहार और बिहार के लोगों से जुड़ाव दिखाता है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर मोदी आर्काइव हैंडल से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक पुराना वीडियो साझा किया गया है। यह वीडियो 2012 का है, जब वे गुजरात के मुख्यमंत्री थे। यह वीडियो उनके बिहार से जुड़ाव और भावनात्मक लगाव का उदाहरण प्रस्तुत करता है। वीडियो में नरेंद्र मोदी बिहार के गौरव और उपलब्धियों की बात कर रहे हैं। वे वीडियो में कह रहे हैं कि आइये पूरा देश संकल्प ले कि हम बिहार के गौरव और सम्मान को पुनः स्थापित करेंगे।
यह वीडियो बिहार के शताब्दी वर्ष 2012 का है। मोदी आर्काइव ने वीडियो के साथ जानकारी साझा करते हुए लिखा कि क्या आप जानते हैं? बिहार शताब्दी केवल बिहार की सीमाओं तक ही सीमित नहीं थी। इसका गौरव गुजरात के सूरत में पूरी तरह से निखर उठा था, जहां तत्कालीन मुख्यमंत्री मोदी ने बिहार के उन 100 बेटे-बेटियों को सम्मानित किया, जिनके कार्यों ने राज्य को अनगिनत तरीकों से ऊपर उठाया था। आज सूरत में प्रधानमंत्री मोदी ने उस समय को याद किया जब बिहार और गुजरात एकता के सूत्र में बंधे थे।
यह केवल एक उदाहरण है कि कैसे उन्होंने बिहार की प्रतिभाओं को आगे बढ़ाया, उनकी सफलताओं का जश्न मनाया और उनकी विरासत पर गर्व करने के लिए प्रेरित किया। नरेंद्र मोदी ने बिहार के सफल लोगों को लगातार एक प्रमुख मंच और जोरदार सम्मान दिया। बिहार ने विधानसभा चुनाव में उनके इस स्नेह का खुले दिल और गर्मजोशी से जवाब दिया।