क्या इंटरपोल ने भारत समेत 18 देशों से 57,000 करोड़ रुपए की ड्रग्स जब्त की है?

सारांश
Key Takeaways
- ऑपरेशन लायनफिश-मेयाग III ने 57,000 करोड़ रुपए की ड्रग्स जब्त की।
- इस ऑपरेशन में 76 टन नशीले पदार्थ बरामद किए गए।
- 386 लोगों को गिरफ्तार किया गया।
- यह अभियान 18 देशों में चलाया गया था।
- बरामद फेंटानिल की मात्रा 15.1 करोड़ लोगों की जान ले सकती थी।
नई दिल्ली, 16 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। इंटरपोल ने नशीले पदार्थों के खिलाफ 'ऑपरेशन लायनफिश-मेयाग III' के तहत एक महत्वपूर्ण कार्यवाही की है। इस ऑपरेशन में 6.5 अरब अमेरिकी डॉलर (57,000 करोड़) मूल्य के सिंथेटिक ड्रग्स को जब्त किया गया है। इस जानकारी को इंटरपोल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के माध्यम से साझा किया है।
इंटरपोल ने एक वीडियो साझा करके बताया कि नशीले पदार्थों की तस्करी के खिलाफ की गई कार्रवाई में 6.5 अरब अमेरिकी डॉलर मूल्य के सिंथेटिक ड्रग्स जब्त किए गए हैं।
अधिकारियों ने कुल 76 टन ड्रग्स बरामद किए, जिसमें 51 टन मेथामफेटामाइन के साथ-साथ फेंटेनिल, हेरोइन, कोकीन और अन्य रासायनिक पदार्थ शामिल हैं।
इंटरपोल के अनुसार, एशिया और उत्तरी अमेरिका के 18 देशों में सिंथेटिक ड्रग्स के उत्पादन और तस्करी के खिलाफ 'ऑपरेशन लायनफिश-मयाग III' को 30 जून से 13 जुलाई 2025 तक सफलतापूर्वक संचालित किया गया।
इस ऑपरेशन के तहत 6.5 अरब अमेरिकी डॉलर मूल्य के सिंथेटिक ड्रग्स जब्त किए गए हैं। इस अभियान में 386 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
इंटरपोल ने बताया कि यह अभियान भारत सहित 18 देशों में चलाया गया। इस दौरान जब्त किए गए 76 टन नशीले पदार्थों की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत 6.5 बिलियन डॉलर आंकी गई। इस दौरान रिकॉर्ड 297 मिलियन नशीली गोलियां भी बरामद की गईं।
जानकारी के अनुसार, ड्रग्स को सर्फबोर्ड, टी बॉक्स, कैट फूड और कॉफी मशीन में छिपाया गया था। बरामद फेंटानिल की मात्रा इतनी थी कि यह 15.1 करोड़ लोगों की जान ले सकती थी।
इंटरपोल के अनुसार, यह अब तक की सबसे बड़ी अंतरराष्ट्रीय ड्रग-रोधी कार्रवाइयों में से एक है।
उल्लेखनीय है कि इंटरपोल (अंतरराष्ट्रीय आपराधिक पुलिस संगठन) एक अंतर-सरकारी संगठन है, जिसमें विश्वभर की सरकारें एकजुट होकर अपराध नियंत्रण के लिए सहयोग करती हैं।