जब मणिपुर जल रहा था, तब पीएम मोदी क्यों नहीं गए?

सारांश
Key Takeaways
- मणिपुर में हिंसा के समय पीएम मोदी का दौरा आवश्यक था।
- जयंत पाटिल ने भाजपा की दोहरी नीति पर सवाल उठाए हैं।
- प्रधानमंत्री को अब स्थिति सामान्य करने के लिए कदम उठाने चाहिए।
नासिक, १४ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) के वरिष्ठ नेता और विधायक जयंत पाटिल ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मणिपुर दौरे और भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच पर तीखी टिप्पणी की।
उन्होंने कहा कि जब मणिपुर में हिंसा की आग भड़क रही थी, तब पीएम मोदी को वहां जाना चाहिए था। क्रिकेट मैच पर तंज कसते हुए पाटिल ने कहा कि दो महीने पहले भाजपा के नेता यह कहते थे कि भारत का खून और पाकिस्तान का पानी एक साथ नहीं बहेगा, लेकिन अब उनकी बातें बदल गई हैं और वे क्रिकेट खेलने की बात कर रहे हैं।
जयंत पाटिल ने पीएम मोदी के मणिपुर दौरे को देर से होने वाला बताया। उन्होंने कहा कि अगर प्रधानमंत्री तब जाते जब मणिपुर जल रहा था, जब आत्महत्याएं और बलात्कार की घटनाएं हो रही थीं, तो यह ज्यादा उचित होता। हालांकि, उनका जाना सही है, लेकिन उन्हें पहले जाना चाहिए था।
पाटिल ने उम्मीद जताई कि पीएम अब सभी जरूरी फैसले लेंगे, जिससे मणिपुर के हालात सामान्य हो सकें। वर्तमान हालात को देखते हुए उन्हें भरोसा है कि पीएम मोदी वहां के सभी मुद्दों पर सही कदम उठाएंगे।
भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच पर भी पाटिल ने भाजपा पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि हाल ही में हुए युद्ध के दौरान भाजपा के कई नेता कहते थे कि हमारा खून और पाकिस्तान का पानी एक साथ नहीं बहेगा, लेकिन अब उनकी भाषा बदल गई है और वे क्रिकेट खेलने की बात कर रहे हैं।
पाटिल ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा का यही दोहरा रवैया विदेश नीति की असफलता का कारण बनता है। उन्होंने कहा कि दो महीने पहले की भाषा और आज की भाषा में यही बदलाव भाजपा का असली चेहरा है, और यही वजह है कि उनकी विदेश नीति हमेशा विफल रही है।