क्या राष्ट्रपति मुर्मू झारखंड दौरे पर पहुंचीं? रांची में राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने किया स्वागत
सारांश
Key Takeaways
- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का झारखंड दौरा महत्वपूर्ण है।
- राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने उनका स्वागत किया।
- राष्ट्रपति विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होंगी।
- यह दौरा आदिवासी संस्कृति को बढ़ावा देगा।
- राष्ट्रपति सम्मानित व्यक्तियों को पुरस्कार देंगी।
रांची, 28 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आज झारखंड का तीन दिवसीय दौरा शुरू किया और रविवार को लगभग 6:15 बजे रांची पहुँचीं। बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर उनका स्वागत राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ और कई अन्य प्रमुख व्यक्तियों ने किया। मुख्यमंत्री ने राष्ट्रपति को एक स्मृति चिह्न भेंट किया। इसके बाद, लगभग 25 मिनट बाद, राष्ट्रपति मुर्मू का काफिला लोकभवन पहुँचा, जहाँ वे रात्रि विश्राम करेंगी। वे 29 और 30 दिसंबर को जमशेदपुर और गुमला में विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होंगी।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राष्ट्रपति मुर्मू के स्वागत की तस्वीरें सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर साझा करते हुए लिखा, ‘झारखंड की वीर भूमि में देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का हार्दिक अभिनंदन, स्वागत और जोहार।’
एयरपोर्ट के बाद लोकभवन पहुँचने पर राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने उनका स्वागत किया। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, ‘राष्ट्रपति, लोक भवन, रांची में आपका हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन है। आपके आगमन से संपूर्ण लोक भवन परिवार में हर्ष एवं उत्साह का वातावरण व्याप्त है।’
राष्ट्रपति मुर्मू, झारखंड के राज्यपाल के रूप में छह वर्ष तक इसी लोकभवन में रहीं हैं। यहां वे कई गणमान्य व्यक्तियों और राजभवन के कर्मियों से औपचारिक मुलाकात करेंगी। 29 दिसंबर को सुबह 9:45 बजे वे लोकभवन से बिरसा मुंडा एयरपोर्ट के लिए प्रस्थान करेंगी और वहां से जमशेदपुर रवाना होंगी। राष्ट्रपति का विमान सोनारी एयरपोर्ट पर उतरेगा, जहाँ से वे सड़क मार्ग से जमशेदपुर के करनडीह स्थित जाहेरथान (आदिवासियों का पूजा स्थल) पहुँचेंगी। वहां वे शीश नवाएंगी। इसके बाद वे संथाली भाषा की ओलचिकी लिपि के शताब्दी वर्ष समारोह के समापन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगी।
ऑल इंडिया संथाली राइटर्स एसोसिएशन के महासचिव रवींद्रनाथ मुर्मू के अनुसार, राष्ट्रपति इस कार्यक्रम में मंच से ओलचिकी लिपि के संरक्षण, संवर्द्धन और प्रचार-प्रसार में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले 12 व्यक्तियों को सम्मानित करेंगी। कार्यक्रम में राज्यपाल संतोष गंगवार और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी मंच साझा करेंगे। इस समारोह में देशभर से करीब 800 प्रतिनिधियों के शामिल होने की संभावना है। उसी दिन राष्ट्रपति जमशेदपुर में आयोजित 15वें दीक्षा समारोह को भी संबोधित करेंगी। दोनों कार्यक्रमों में भाग लेने के बाद राष्ट्रपति शाम साढ़े चार बजे रांची लौटेंगी और लोकभवन में रात बितायेंगी।
30 दिसंबर को राष्ट्रपति सुबह लगभग 9:45 बजे लोकभवन से बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पहुँचेंगी, जहाँ से वे गुमला जिले के रायडीह प्रखंड रवाना होंगी, जहाँ वे महान आदिवासी नेता कार्तिक उरांव की स्मृति में आयोजित अंतरराज्यीय जनसंस्कृति समागम में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लेंगी। इस कार्यक्रम में केंद्रीय जनजातीय मामलों के मंत्री जुएल ओराम, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी भी उपस्थित रहेंगे। कार्यक्रम के बाद राष्ट्रपति अपराह्न 2:45 बजे जसपुर से उड़ान भरकर रांची लौटेंगी और वहां से दिल्ली के लिए रवाना होंगी।