क्या झारखंड में एक और सैनिक स्कूल खोला जाएगा?

सारांश
Key Takeaways
- झारखंड सरकार एक और सैनिक स्कूल की स्थापना की योजना बना रही है।
- मुख्य सचिव अलका तिवारी ने पहल करने का निर्देश दिया है।
- सैनिक स्कूल तिलैया में छात्रों की संख्या ८७५ है।
- नए जलापूर्ति योजना और सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का प्रस्ताव है।
- इस मद में लगभग ७ करोड़ रुपये का व्यय होगा।
रांची, २५ जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। झारखंड सरकार राज्य में एक नया सैनिक स्कूल खोलने के लिए केंद्र को प्रस्ताव भेजने की योजना बना रही है। राज्य की मुख्य सचिव अलका तिवारी ने शुक्रवार को एक महत्वपूर्ण विभागीय बैठक में स्कूली शिक्षा सचिव को इस दिशा में पहल करने का निर्देश दिया।
मुख्य सचिव ने बताया कि राज्य में एक और सैनिक स्कूल की अत्यधिक आवश्यकता महसूस की जा रही है, क्योंकि कई अन्य राज्यों में दो-दो सैनिक स्कूल संचालित हैं। झारखंड के तिलैया स्थित सैनिक स्कूल में इस समय देशभर से ८७५ छात्र शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं, जो कि एक बड़ी संख्या है।
उन्होंने बैठक में तिलैया के सैनिक स्कूल की मूलभूत ज़रूरतों को पूरा करने का आश्वासन दिया। इसके तहत, स्कूल के लिए ९.४९ करोड़ रुपये की लागत से एक नई जलापूर्ति योजना को पुनः स्थापित किया जाएगा, जिसकी तकनीकी स्वीकृति पेयजल एवं स्वच्छता विभाग से मिल चुकी है। इसके अलावा, स्कूल परिसर में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट के निर्माण का प्रस्ताव भी दिया गया है। स्टाफ क्वार्टरों के रख-रखाव के लिए भवन निर्माण विभाग को आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है।
बैठक में तिलैया के सैनिक स्कूल ने कर्मियों के पेंशन, पारिवारिक पेंशन, एनपीएस और अन्य लाभों को राज्य सरकार द्वारा वहन करने का प्रस्ताव रखा, जिस पर मुख्य सचिव ने स्कूली शिक्षा विभाग को निर्देश दिया कि अन्य राज्यों के सैनिक स्कूलों के मॉडल का परीक्षण कर आगे की कार्रवाई की जाए।
इस मद में लगभग ७ करोड़ रुपये का व्यय होने का अनुमान है। इसके अलावा, तिलैया के छात्रों की वार्षिक स्वास्थ्य जांच अब कोडरमा में ही कराई जाएगी, जिससे छात्रों और स्कूल को होने वाली असुविधा कम होगी।
मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के प्रधान सचिव मस्तराम मीणा, स्कूली शिक्षा सचिव उमाशंकर सिंह सहित अन्य संबंधित अधिकारी और सैनिक स्कूल तिलैया के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।