क्या जो लोग आस्था का सम्मान नहीं कर सकते, वे आस्था स्थलों का विकास कर सकते हैं? : पीएम मोदी

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क्या जो लोग आस्था का सम्मान नहीं कर सकते, वे आस्था स्थलों का विकास कर सकते हैं? : पीएम मोदी

सारांश

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण पर राजद और कांग्रेस पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि जो लोग आस्था का सम्मान नहीं करते, वे आस्था स्थलों का विकास नहीं कर सकते। बिहार के लिए सुशासन की आवश्यकता पर जोर दिया।

Key Takeaways

  • आस्था का सम्मान आवश्यक है।
  • राम मंदिर का निर्माण एक ऐतिहासिक क्षण है।
  • राजनीति में आस्था का महत्व बढ़ रहा है।
  • बिहार को सुशासन की आवश्यकता है।
  • युवाओं को अपने वोट की कीमत पहचाननी चाहिए।

छपरा, 30 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण का जिक्र करते हुए राजद और कांग्रेस पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि राजद और कांग्रेस के नेताओं को विदेश जाने का समय है, लेकिन राम मंदिर दर्शन के लिए समय नहीं है।

छपरा में एक चुनावी सभा में उन्होंने कहा कि जो लोग आपकी आस्था का सम्मान नहीं कर सकते, वे आस्था स्थलों का विकास नहीं कर सकते। राजद और कांग्रेस ने छठी मैया का अपमान किया है।

उन्होंने कहा कि 500 वर्षों के इंतजार और निरंतर संघर्ष के बाद जब अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण हुआ, तब प्रभु श्रीराम के दर्शन के लिए लाखों लोग अयोध्या पहुंचे, लेकिन कांग्रेस और राजद के नेताओं को राम मंदिर के निर्माण से परेशानी है। कांग्रेस और राजद के लोग अयोध्या नहीं जा रहे हैं।

पीएम मोदी ने कहा, "उन्हें (कांग्रेस-राजद) डर है कि अगर वे अयोध्या जाकर श्रीराम के दर्शन करेंगे, तो उनका वोट बैंक नाराज हो जाएगा, तुष्टिकरण का गणित बिगड़ जाएगा, और घुसपैठिए उनके माथे पर चढ़ जाएंगे।"

उन्होंने राजद और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि लालटेन वाले, पंजे वाले या उनके इंडी गठबंधन के साथी बिहार और बिहारियों का अपमान करते हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के एक मुख्यमंत्री ने पंजाब में कहा था कि बिहार के लोगों को वे अपने राज्य में घुसने नहीं देंगे।

उन्होंने बिना किसी का नाम लिए कहा कि उस समय मंच पर गांधी परिवार की एक बेटी, जो आजकल पार्लियामेंट में बैठती हैं, वह इस पर खुश होकर तालियां बजा रही थीं। उन्होंने कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस के नेता बिहार को गाली देते रहते हैं। तमिलनाडु में डीएमके के लोग बिहार के मेहनतकश लोगों को प्रताड़ित करते हैं। इतना कुछ हो रहा है और बिहार में राजद को सांप सूंघ जाता है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उपस्थित लोगों से संकल्प करवाते हुए कहा कि जंगल राज से बिहार दूर रहेगा। उन्होंने युवाओं का आह्वान करते हुए कहा, "जो पहली बार वोट देने जा रहे हैं, मैं उन सभी युवाओं से कहना चाहता हूं, आपको अपने वोट की कीमत पहचाननी है। आपके माता-पिता के एक वोट ने बिहार को जंगल राज से मुक्ति दिलाई और सुशासन की ओर ले गई। अब आपकी बारी है। अब आपके एक वोट से सुशासन को समृद्धि में बदलने का समय है।"

उन्होंने रोजगार योजना की चर्चा करते हुए कहा कि जिसे कोई नहीं पूछता, उसे मोदी पूजता है। उन्होंने कहा कि बिहार अब रुकेगा नहीं, बिहार तेज रफ्तार से आगे बढ़ेगा। इससे पहले उन्होंने मुजफ्फरपुर में एक रैली को संबोधित किया।

Point of View

प्रधानमंत्री मोदी के बयान में राजद और कांग्रेस पर जो आलोचना की गई है, वह राजनीति में आस्था के महत्व को उजागर करती है। एक ऐसे समय में जब बिहार को सुशासन की आवश्यकता है, ऐसे बयानों का प्रभाव चुनावी राजनीति में महत्वपूर्ण हो सकता है।
NationPress
30/10/2025

Frequently Asked Questions

प्रधानमंत्री मोदी ने किस विषय पर बयान दिया?
उन्होंने राम मंदिर के निर्माण और राजद और कांग्रेस के नेताओं की आस्था के प्रति अनादर पर चर्चा की।
क्या प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार की स्थिति पर कुछ कहा?
उन्होंने कहा कि बिहार को जंगल राज से दूर रहना चाहिए और सुशासन की ओर बढ़ना चाहिए।
राजद और कांग्रेस पर मोदी का क्या आरोप था?
मोदी ने आरोप लगाया कि राजद और कांग्रेस के नेता राम मंदिर के निर्माण को लेकर चिंतित हैं।