क्या जेपी नड्डा ने डब्ल्यूएचओ एसईएआरओ भवन का दौरा कर क्षेत्रीय और वैश्विक स्वास्थ्य सहयोग के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को दोहराया?
सारांश
Key Takeaways
- डब्ल्यूएचओ एसईएआरओ भवन स्वास्थ्य सहयोग का प्रतीक है।
- सामूहिक स्वास्थ्य कार्रवाई की आवश्यकता है।
- भारत की वैश्विक स्वास्थ्य सहयोग में महत्वपूर्ण भूमिका।
- स्वास्थ्य चुनौतियाँ किसी एक देश तक सीमित नहीं हैं।
- साझेदारी और सहयोग स्वास्थ्य लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करेगा।
नई दिल्ली, 19 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने शुक्रवार को नई दिल्ली में विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्रीय कार्यालय (एसईएआरओ) के नव-उद्घाटित भवन का दौरा किया।
इस अवसर पर उन्होंने दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र के विभिन्न देशों से आए मंत्रियों और वरिष्ठ प्रतिनिधियों से मिलकर स्वास्थ्य से जुड़े साझा मुद्दों पर चर्चा की।
नड्डा ने कार्यक्रम के दौरान भारत की क्षेत्रीय और वैश्विक स्वास्थ्य सहयोग को मजबूत करने के प्रति अटूट प्रतिबद्धता को दोहराया। उनका कहना था कि आज के समय में सार्वजनिक स्वास्थ्य की चुनौतियाँ किसी एक देश तक सीमित नहीं हैं। इन समस्याओं का समाधान करने के लिए सभी देशों को मिलकर, समन्वित और निरंतर प्रयास करने की आवश्यकता है। उन्होंने सामूहिक कार्रवाई को समय की सबसे बड़ी आवश्यकता बताया।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी कहा कि डब्ल्यूएचओ एसईएआरओ का यह भवन सिर्फ एक इमारत नहीं है, बल्कि यह दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र के लोगों की साझा आकांक्षाओं और सामूहिक संकल्प का प्रतीक है।
उन्होंने बताया कि यह केंद्र क्षेत्र के लगभग आधे अरब लोगों के स्वास्थ्य और कल्याण को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। यह भवन साझेदारी, सहयोग और एकजुटता की भावना को दर्शाता है, जिसके माध्यम से सार्वजनिक स्वास्थ्य के लक्ष्य प्राप्त किए जा सकते हैं।
इस अवसर पर विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस अधानोम घेब्रेयेसस ने भी अपने विचार रखे। उन्होंने डब्ल्यूएचओ एसईएआरओ भवन को मानवता की सेवा के लिए साझा उद्देश्य और सामूहिक प्रतिबद्धता का सशक्त प्रतीक बताया।
डॉ. टेड्रोस ने भारत सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि क्षेत्रीय कार्यालय की मेज़बानी करना भारत और डब्ल्यूएचओ के बीच मजबूत और भरोसेमंद साझेदारी को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह नया भवन क्षेत्रीय और वैश्विक स्तर पर सार्वजनिक स्वास्थ्य को आगे बढ़ाने में भारत की अहम भूमिका का प्रमाण है।
इस कार्यक्रम में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा आयुष राज्य मंत्री प्रतापराव जाधव, केंद्र सरकार के वरिष्ठ अधिकारी, डब्ल्यूएचओ दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र के सदस्य देशों के प्रतिनिधि, शोधकर्ता और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।