क्या दीनदयाल अस्पताल को 27 साल से सरकारों की उपेक्षा का सामना करना पड़ा?

सारांश
Key Takeaways
- दीनदयाल अस्पताल की 27 साल पुरानी उपेक्षा
- कमलजीत सहरावत ने मूलभूत सुविधाओं की कमी की बात कही
- स्वच्छता अभियान का आयोजन किया गया
- आने वाले समय में विकास के संकेत
- एकात्म मानववाद का महत्व
नई दिल्ली, 25 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती के अवसर पर वेस्ट दिल्ली के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल दीनदयाल उपाध्याय में एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इस अवसर पर क्षेत्र की सांसद कमलजीत सहरावत, विधायक श्याम शर्मा और अस्पताल कर्मचारी यूनियन के प्रधान मेहरबान, साथ ही गोविंद कौशिक
भाजपा सांसद कमलजीत सहरावत ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत के दौरान कहा, "आज 25 सितंबर को पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर हम हरि नगर स्थित दीनदयाल अस्पताल आए हैं। यह पश्चिम दिल्ली का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल है। स्वच्छता अभियान और एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत यहाँ एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। पिछले 27 सालों से इस अस्पताल को सरकारों की उपेक्षा का सामना करना पड़ा है। यहाँ आवश्यक मूलभूत सुविधाओं की कमी है। आज हम डॉक्टरों के साथ बैठक कर प्राथमिकता के आधार पर किए जाने वाले कार्यों की सूची तैयार कर रहे हैं। आने वाले समय में यहाँ विकास अवश्य दिखाई देगा।"
कमलजीत सहरावत ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में लिखा- एकात्म मानववाद के प्रणेता, हम सभी के प्रेरणास्त्रोत श्रद्धेय पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की जयंती के अवसर पर आज दीनदयाल उपाध्याय पार्क में उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। उनका संपूर्ण जीवन भारत और भारतीयता के लिए समर्पित रहा। वे प्रकाश-पुंज बनकर हम सभी को सदैव प्रेरित करते रहेंगे।
इसके अलावा, एक अन्य पोस्ट में उन्होंने लिखा कि आज पंजाबी बाग में दिल्ली नगर निगम द्वारा निर्मित पज़ल कार पार्किंग के उद्घाटन कार्यक्रम में सम्मिलित हुई। इसका शुभारंभ मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता द्वारा किया गया। इस मौके पर दिल्ली सरकार के कैबिनेट मंत्री आशीष सूद, दिल्ली के महापौर राजा इकबाल सिंह, विधायक कैलाश गंगवाल सहित अनेक गणमान्य लोग मौजूद रहे। यह आधुनिक पज़ल कार पार्किंग दिल्लीवासियों के लिए पार्किंग की समस्या को कम करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।