क्या कर्नाटक के सेंट्रल यूनिवर्सिटी की छात्राओं को हिजाब पहनने के लिए मजबूर किया गया?

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क्या कर्नाटक के सेंट्रल यूनिवर्सिटी की छात्राओं को हिजाब पहनने के लिए मजबूर किया गया?

सारांश

कर्नाटक के कलबुर्गी सेंट्रल यूनिवर्सिटी में छात्राओं को हिजाब पहनने के लिए मजबूर करने का मामला सामने आया है, जिससे विवाद बढ़ गया है। हैदराबाद के एनजीओ ने इस पर विश्वविद्यालय से स्पष्टीकरण मांगा है। क्या यह मामला धार्मिक स्वतंत्रता का उल्लंघन है?

Key Takeaways

  • छात्राओं को हिजाब पहनने के लिए मजबूर करने का मामला गंभीर है।
  • एनजीओ ने विश्वविद्यालय से स्पष्टीकरण मांगा है।
  • जांच समिति का गठन किया गया है।
  • इस मामले में सभी पक्षों का ध्यान रखना आवश्यक है।
  • धार्मिक स्वतंत्रता की रक्षा करना महत्वपूर्ण है।

नई दिल्ली, 28 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। कर्नाटक के कलबुर्गी सेंट्रल यूनिवर्सिटी की छात्राओं को फील्ड ट्रिप के दौरान हिजाब पहनने के लिए मजबूर करने का मामला तूल पकड़ रहा है। हैदराबाद के एक एनजीओ, 'लीगल राइट्स प्रोटेक्शन फोरम' ने विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार रुद्र गौड़ा पाटिल को एक पत्र लिखकर इस मामले पर स्पष्टीकरण मांगा है।

शिकायती पत्र में लिखा गया, "इतिहास और पुरातत्व के सहायक प्रोफेसर अब्दुल मजीद ने जानबूझकर फील्ड ट्रिप के दौरान मुस्लिम स्मारकों का दौरा करवाया और एक मजार में जाने से पहले छात्राओं को सिर ढकने को कहा।" इस फील्ड ट्रिप में कलबुर्गी और बीदर के छात्र शामिल थे।

इस शिकायत का जवाब देते हुए विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार रुद्र गौड़ा पाटिल ने कहा, "26 जुलाई को विश्वविद्यालय को ए.एस. संतोष की एक शिकायत मिली। वे हैदराबाद स्थित लीगल राइट्स फोरम के महासचिव हैं, और उन्होंने कहा है कि विश्वविद्यालय में इतिहास और पुरातत्व के छात्र प्रोफेसर राजी माजिद अब्दुल माजिद ने फील्ड ट्रिप के दौरान कुछ छात्राओं को हिजाब पहनने के लिए मजबूर किया। इसलिए, यह शिकायत प्राप्त हुई है। विश्वविद्यालय नियमानुसार एक जांच समिति गठित करेगा और उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी।"

इतिहास एवं पुरातत्व विभाग के सहायक प्रोफेसर अब्दुल मजीद पर फील्ड ट्रिप के दौरान छात्राओं को हिजाब पहनने के लिए मजबूर करने का आरोप है। इस फील्ड ट्रिप में कलबुर्गी और बीदर जिलों के छात्र शामिल थे, और कथित तौर पर मुस्लिम समुदाय से जुड़े स्थानों पर ज्यादा ध्यान केंद्रित किया गया था।

विधि एवं अधिकार संरक्षण मंच ने केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बट्टू सत्यनारायण के समक्ष सहायक प्रोफेसर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। विश्वविद्यालय ने मामले की जांच के लिए एक जांच समिति गठित की है। विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार रुद्र गौड़ा पाटिल ने आश्वासन दिया है कि जांच समिति की ओर से प्रस्तुत रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

वहीं भाजपा एम.एल.सी एन रवि कुमार ने हिजाब मामले को लेकर कहा, "मैं सिर्फ इस मामले में इतना कहना चाहता हूं कि इसकी पूरी जांच होनी चाहिए।"

Point of View

NationPress
04/08/2025

Frequently Asked Questions

क्या कर्नाटक में छात्राओं को हिजाब पहनने के लिए मजबूर किया गया?
हाँ, कलबुर्गी सेंट्रल यूनिवर्सिटी की छात्राओं को फील्ड ट्रिप के दौरान हिजाब पहनने के लिए मजबूर करने का मामला सामने आया है।
इस मामले में एनजीओ ने क्या किया?
हैदराबाद के 'लीगल राइट्स प्रोटेक्शन फोरम' ने विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार को एक पत्र लिखकर स्पष्टीकरण मांगा है।
क्या विश्वविद्यालय ने इस पर कोई कार्रवाई की है?
हाँ, विश्वविद्यालय ने मामले की जांच के लिए एक समिति गठित की है।
क्या यह मामला धार्मिक स्वतंत्रता का उल्लंघन है?
यह मामला धार्मिक स्वतंत्रता से संबंधित है और इसकी जांच की जा रही है।
भाजपा के नेता ने इस पर क्या कहा?
भाजपा एम.एल.सी एन रवि कुमार ने मामले की पूर्ण जांच की मांग की है।