क्या करूर भगदड़ पर कांग्रेस नेता सुरेंद्र राजपूत ने दुख जताया और कार्रवाई की मांग की?

सारांश
Key Takeaways
- सुरेंद्र राजपूत ने भगदड़ पर दुख प्रकट किया।
- दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई।
- राजनीतिक आयोजनों में सुरक्षा की कमी उजागर हुई।
- सरकार से मृतकों के परिवारों के लिए मुआवजे की मांग की गई।
- नीतीश सरकार की आलोचना की गई।
लखनऊ, 28 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत ने तमिलनाडु के करूर जिले में शनिवार को अभिनेता-राजनेता विजय की रैली में हुई भगदड़ पर गहरा दुख प्रकट किया। उन्होंने कहा कि यह घटना राजनीतिक कार्यक्रमों में सुरक्षा की गंभीर कमी को दर्शाती है।
सुरेंद्र राजपूत ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में करूर भगदड़ पर कहा, "यह एक अत्यंत दुखद घटना है। मैं मृतकों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं और दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग करता हूं। मैं सरकार से निवेदन करता हूं कि मृतकों के परिवारों को उचित मुआवजा दिया जाए और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए एसओपी बनाई जाए।"
यूएनजीए में एस. जयशंकर ने पाकिस्तान को 'वैश्विक आतंकवाद का केंद्र' करार दिया। इस पर सुरेंद्र राजपूत ने कहा, "एक ओर विदेश मंत्री जयशंकर पाकिस्तान को आतंकवाद का केंद्र बता रहे हैं, दूसरी ओर भारत-पाकिस्तान के बीच क्रिकेट का मैच खेला जा रहा है। यह मैच केवल व्यापार के लिए हो रहा है। इस सरकार का दोहरा रवैया जनता के समझ में नहीं आ रहा है।"
कांग्रेस नेता जयराम रमेश द्वारा नीतीश सरकार की उलटी गिनती शुरू होने के बयान का उन्होंने समर्थन किया। उन्होंने कहा, "नीतीश सरकार अब जाने वाली है और मुख्यमंत्री अचेत अवस्था में हैं। उनके शासन में भ्रष्टाचार चरम पर है और 17 दिन में करीब 12 पुल गिर गए।"