क्या केंद्र सरकार ने एयरलाइनों को सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करने का निर्देश दिया है?

सारांश
Key Takeaways
- सुरक्षा प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन आवश्यक है।
- यात्री सुविधा और सेवा गुणवत्ता में सुधार की आवश्यकता है।
- त्योहारी सीजन में हवाई किराए को उचित बनाए रखने का निर्देश।
- डीजीसीए को टैरिफ निगरानी का कार्य सौंपा गया है।
- यात्री शिकायत निवारण पोर्टल को उन्नत किया गया है।
नई दिल्ली, 10 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्र सरकार ने शुक्रवार को घरेलू एयरलाइनों से सुरक्षा प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करने का अनुरोध किया है। इसके अतिरिक्त, एयरलाइनों को यात्री सुविधा और सेवा गुणवत्ता में सर्वोत्तम प्रथाओं को अपनाने के लिए प्रेरित किया गया है।
नागरिक उड्डयन मंत्री राममोहन नायडू ने घरेलू एयरलाइनों के साथ मासिक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें उनके परिचालन और तकनीकी प्रदर्शन का मूल्यांकन किया गया। बैठक में सुरक्षा और यात्री सुविधा पर विशेष ध्यान दिया गया।
इस बैठक में अधिकांश एयरलाइनों, जैसे कि एयर इंडिया, एयर इंडिया एक्सप्रेस, इंडिगो, अकासा एयर, अलायंस एयर, फ्लाई91, फ्लाईबिग और इंडियावन एयर, ने भाग लिया। सभी ने सुरक्षा घटनाओं और यात्री शिकायतों पर की गई कार्रवाई रिपोर्ट सहित अपने प्रदर्शन के आंकड़े प्रस्तुत किए।
सुरक्षा निरीक्षण, बेड़ा प्रबंधन और यात्री-केंद्रित पहलों पर व्यापक चर्चा हुई। प्रत्येक एयरलाइन के साथ उनके संचालन में आने वाली बाधाओं की पहचान करने और उनकी चुनौतियों का समाधान करने पर विस्तृत चर्चा की गई।
बैठक के दौरान, नायडू ने एयरलाइनों को आगामी त्योहारी सीजन के दौरान सभी क्षेत्रों में हवाई किराए को उचित बनाए रखने के लिए जागरूक किया।
एयरलाइनों ने आश्वासन दिया कि यात्री सुविधा उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता रहेगी और बताया कि त्योहारी मांग को पूरा करने के लिए उच्च यातायात वाले मार्गों पर अतिरिक्त उड़ान क्षमताएं तैनात की गई हैं।
मंत्री ने डीजीसीए की टैरिफ निगरानी इकाई को हवाई किरायों पर कड़ी निगरानी रखने और एयरलाइनों द्वारा घोषित टैरिफ रेंज का अनुपालन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। बातचीत के दौरान, उन्होंने एयरलाइनों द्वारा किए गए शिकायत निवारण की भी समीक्षा की और उन्हें समय पर यात्री शिकायतों का गुणवत्तापूर्ण ढंग से समाधान करने का निर्देश दिया।
मंत्रालय के यात्री शिकायत निवारण पोर्टल, एयरसेवा को भी उन्नत किया गया है ताकि यात्री उच्च हवाई किरायों से संबंधित शिकायतें भी दर्ज कर सकें।
नायडू ने एयरलाइनों को अपने संचालन, प्रथाओं और सेवा वितरण में प्रधानमंत्री के स्वच्छता के दृष्टिकोण को शामिल करने के लिए भी प्रोत्साहित किया।
उन्होंने उन्नत तकनीकों और पर्यावरण के प्रति जिम्मेदार प्रथाओं को अपनाकर भारतीय विमानन को और अधिक टिकाऊ बनाने में एयरलाइनों के सामूहिक प्रयासों की सराहना की।