क्या खरमास 2025 में बाल और नाखून कटवाना मना है?
सारांश
Key Takeaways
- खरमास 16 दिसंबर से शुरू होता है।
- सूर्य धनु राशि में 30 दिनों तक रहेंगे।
- मांगलिक कार्यों से बचना चाहिए।
- विशेष तिथियों पर बाल, दाढ़ी या नाखून कटवाना मना है।
- दैनिक जरूरतों के लिए लचीलापन आवश्यक है।
नई दिल्ली, 16 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। वर्ष 2025 में खरमास का आरंभ 16 दिसंबर से हो चुका है। इस बार सूर्य 30 दिनों तक धनु राशि में रहेंगे। इसे मांगलिक कार्यों के लिए अशुभ माना जाता है। इस दौरान शादी, मुंडन, गृह प्रवेश या किसी बड़े शुभ आयोजन से बचने की सलाह दी जाती है। ऐसे में यह सवाल उठता है कि क्या खरमास के दौरान बाल, दाढ़ी या नाखून कटवाना उचित है या नहीं?
खरमास केवल मांगलिक कार्यों पर ही नहीं, बल्कि दैनिक गतिविधियों पर भी असर डालता है। इस महीने लोग सोने-चांदी की खरीदारी, नए कपड़े या बड़े आयोजन जैसे पार्टियों से दूर रहना पसंद करते हैं। ऐसा माना जाता है कि इस महीने में किए गए बड़े कार्य का फल शुभ नहीं होता।
मान्यता के अनुसार, हमारे बाल, दाढ़ी और नाखून हमारे शरीर की प्राकृतिक ऊर्जा का हिस्सा होते हैं। इन्हें काटने या शेव करने से शरीर की ऊर्जा का प्रवाह प्रभावित हो सकता है। इसलिए ज्योतिष में सलाह दी जाती है कि इस अवधि में ऐसे कार्य करने से बचें।
हालांकि, यह ध्यान देने योग्य है कि शास्त्रों में इसके लिए कोई सख्त मनाही नहीं है। यदि दैनिक दिनचर्या या सफाई के कारण बाल और नाखून काटना आवश्यक हो, तो यह किया जा सकता है। इसका मतलब यह है कि इसे पूरी तरह से वर्जित नहीं माना गया है, जैसे मांगलिक या शुभ कार्यों की तरह।
फिर भी, कुछ खास नियमों का पालन करना चाहिए। खरमास में मुंडन संस्कार नहीं किया जाना चाहिए। इसके अलावा, मंगलवार, गुरुवार, संक्रांति, एकादशी, अमावस्या और अन्य विशेष तिथियों में बाल, दाढ़ी या नाखून कटवाना वर्जित माना जाता है। इन दिनों इन कार्यों से बचना ही उचित है।
खरमास का महीना धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जाता है। मांगलिक और शुभ कार्यों से परहेज आवश्यक है, लेकिन दैनिक क्षौर कर्म जैसे बाल, दाढ़ी और नाखून काटने जैसे कार्य आवश्यकतानुसार किए जा सकते हैं। बस ध्यान रखें कि महत्वपूर्ण तिथियों पर इन कार्यों से बचना चाहिए।