क्या गिर सोमनाथ का मितियाज रात में काम करने वाली ग्राम पंचायत वाला गुजरात का पहला गांव बना?

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क्या गिर सोमनाथ का मितियाज रात में काम करने वाली ग्राम पंचायत वाला गुजरात का पहला गांव बना?

सारांश

गिर सोमनाथ का मितियाज गांव रात में काम करने वाली ग्राम पंचायत के लिए गुजरात में एक अनूठा उदाहरण बन गया है। यह पहल कामकाजी ग्रामीणों के लिए सरकारी सेवाओं को सुलभ बनाती है। जानें इस खास पहल के बारे में।

Key Takeaways

  • मितियाज गांव अब रात में काम करने वाली पहली पंचायत है।
  • सरपंच सुरपाल सिंह बराड़ ने यह पहल शुरू की है।
  • गांव वालों को सरकारी सेवाओं का लाभ लेने में आसानी हुई है।
  • यह पहल ग्रामीण मजदूरों की ज़रूरतों को समझती है।
  • जमीनी स्तर पर बदलाव के लिए यह एक प्रेरणादायक उदाहरण है।

गिर सोमनाथ, 16 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। गिर सोमनाथ जिले के कोडिनार तालुका का मितियाज गांव अपनी अनोखी और लोगों के अनुकूल पहल के कारण पूरे गुजरात में चर्चा का केंद्र बन गया है।

राज्य में अपनी तरह की पहली पहल के तहत, मितियाज ग्राम पंचायत का कार्यालय अब रात में भी काम करता है, जिससे कामकाजी गांव वालों के लिए सरकारी कार्य करना आसान हो गया है।

यह पहल गांव के सरपंच सुरपाल सिंह बराड़ द्वारा शुरू की गई है। गांव वालों को बहुत राहत मिली है, क्योंकि उन्होंने पंचायत कार्यालय को रात 8:30 बजे से 10:00 बजे तक खुला रखने का निर्णय लिया है।

इस निर्णय में गांव वालों की दैनिक दिनचर्या को ध्यान में रखा गया है, क्योंकि इनमें से अधिकांश लोग खेती और दिहाड़ी मजदूरी करते हैं। दिन में काम के कारण, गांव वालों को अक्सर सुबह पंचायत कार्यालय जाने में कठिनाई होती थी।

राष्ट्र प्रेस से बातचीत करते हुए, गांव वालों ने कहा कि पंचायत का रात में काम करना उन्हें बहुत राहत दे रहा है। कार्यालय के रात के कार्यक्रम से वे दिन की मजदूरी गंवाए बिना आवश्यक सरकारी कार्य समाप्त कर पा रहे हैं। ललितभाई वाला, जशूभाई बराड़ और मयूरभाई बराड़ सहित गांव वालों ने इस कदम का स्वागत किया है और इसे एक समझदारी भरा निर्णय बताया है। उन्होंने कहा कि यह ग्रामीण मजदूरों की ज़रूरतों को सही मायने में समझता है।

इस पहल को और प्रभावी बनाता है कि सरपंच सुरपाल सिंह बराड़ खुद रात के समय पंचायत कार्यालय में उपस्थित रहते हैं, गांव वालों की शिकायतें सुनते हैं और उनकी समस्याओं का त्वरित समाधान सुनिश्चित करते हैं।

इस पहल के बारे में बात करते हुए, सरपंच सुरपाल बराड़ ने कहा कि इसका उद्देश्य शासन को अधिक समावेशी और सुलभ बनाना था।

उन्होंने कहा, "ज्यादातर गांव वाले दिन में अपनी रोजी-रोटी कमाने में व्यस्त रहते हैं। रात में कार्यालय खोलकर, हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि कोई भी आवश्यक सेवाओं से वंचित न रहे।"

ग्राम पंचायत कार्यालय के माध्यम से कई जरूरी सेवाएं प्रदान की जाती हैं, जिनमें राशन कार्ड, आधार से जुड़े कार्य, सुकन्या समृद्धि योजना, आयुष्मान कार्ड, विधवा पेंशन, बुढ़ापा पेंशन और राज्य तथा केंद्र सरकार की अन्य कल्याणकारी योजनाएं शामिल हैं।

पहले, कार्य के घंटों के दौरान इन सेवाओं का लाभ उठाना कई लोगों के लिए चुनौतीपूर्ण था।

इस नए कदम के साथ, मितियाज ग्राम पंचायत गुजरात की पहली ऐसी पंचायत बन गई है जो रात में काम करती है और राज्य की अन्य पंचायतों के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण प्रस्तुत करती है।

यह पहल दिखाती है कि जमीनी स्तर पर छोटे, सोचे-समझे बदलाव शासन को कैसे अधिक उत्तरदायी और लोगों पर केंद्रित बना सकते हैं।

Point of View

बल्कि यह प्रदर्शित करता है कि ज़मीनी स्तर पर बदलाव कैसे सकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं।
NationPress
16/12/2025

Frequently Asked Questions

मितियाज गांव की पंचायत कब तक खुली रहती है?
मितियाज ग्राम पंचायत रात 8:30 बजे से 10:00 बजे तक खुली रहती है।
यह पहल किसने शुरू की है?
यह पहल गांव के सरपंच सुरपाल सिंह बराड़ ने शुरू की है।
गांव वालों को इस पहल से क्या लाभ हुआ है?
गांव वालों को रात में पंचायत कार्यालय जाकर सरकारी काम करने में आसानी हुई है, जिससे वे दिन की मजदूरी गंवाए बिना काम कर पा रहे हैं।
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