क्या नितिन नवीन के इस्तीफे के बाद बिहार कैबिनेट में बड़ा फेरबदल हुआ?
सारांश
Key Takeaways
- नितिन नवीन का इस्तीफा महत्वपूर्ण राजनीतिक घटना है।
- मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विभागों का पुनर्वितरण किया।
- उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा को शहरी विकास विभाग की जिम्मेदारी मिली।
- दिलिप जायसवाल को सड़क निर्माण विभाग सौंपा गया।
- फेरबदल का उद्देश्य प्रशासन में सुधार लाना है।
पटना, 16 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार की राजनीति में मंगलवार को एक महत्वपूर्ण घटना घटित हुई, जब नितिन नवीन के मंत्रिमंडल से इस्तीफे के बाद राज्य सरकार ने तुरंत प्रमुख विभागों का पुनर्वितरण किया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर यह फेरबदल किया गया, ताकि प्रशासनिक कार्यों में किसी भी तरह की बाधा न आए।
इस विभागीय पुनर्गठन के साथ राज्य सरकार के दो वरिष्ठ और प्रभावशाली मंत्रियों, उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा और उद्योग मंत्री दिलिप जायसवाल, की भूमिका और भी अधिक सशक्त हुई है।
उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा को शहरी विकास एवं आवास विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई है। यह विभाग शहरी अवसंरचना, स्वच्छता, पेयजल आपूर्ति, स्मार्ट सिटी परियोजनाओं और नागरिक सुविधाओं से सीधे जुड़ा हुआ है।
सरकार को आशा है कि उपमुख्यमंत्री के नेतृत्व में इस विभाग में योजनाओं के क्रियान्वयन में तेजी आएगी और निगरानी और सशक्त होगी।
वर्तमान में विजय कुमार सिन्हा बिहार सरकार में राजस्व, भूमि सुधार एवं खनन विभाग का भी प्रभार संभाल रहे हैं।
दूसरी ओर, बिहार भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और वर्तमान उद्योग मंत्री दिलिप जायसवाल को सड़क निर्माण विभाग की जिम्मेदारी दी गई है। यह विभाग राज्य के बुनियादी ढांचे से जुड़ा सबसे अहम विभागों में से एक माना जाता है। नितिन नवीन के कार्यकाल में शुरू की गई कई बड़ी सड़क और संपर्क परियोजनाओं को समय पर पूरा कराना अब दिलिप जायसवाल की प्रमुख जिम्मेदारी होगी।
गौरतलब है कि बांकीपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक नितिन नवीन ने सोमवार को भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष का पद संभाला है। पार्टी के “एक व्यक्ति, एक पद” के सिद्धांत और राष्ट्रीय स्तर पर बढ़ी जिम्मेदारियों को ध्यान में रखते हुए उन्होंने मंगलवार को बिहार मंत्रिमंडल से अपना इस्तीफा सौंप दिया।