क्या पवन सिंह खेसारी लाल यादव के खिलाफ प्रचार करेंगे?
सारांश
Key Takeaways
- पवन सिंह का प्रचार में उतरना बिहार की राजनीति में महत्वपूर्ण बदलाव ला सकता है।
- खेसारी लाल यादव और पवन सिंह के बीच की प्रतिस्पर्धा चुनावी माहौल को गरमा सकती है।
- जंगलराज के मुद्दे पर दोनों नेताओं के बीच बयानबाजी चल रही है।
पटना, 1 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। छपरा से चुनाव लड़ रहे राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता खेसारी लाल यादव के खिलाफ भाजपा भोजपुरी फिल्मों के सुपरस्टार पवन सिंह को प्रचार के लिए उतार सकती है। पवन सिंह ने स्पष्ट किया है कि यदि पार्टी उन्हें प्रचार के लिए भेजेगी, तो वह अवश्य जाएंगे।
भाजपा नेता और भोजपुरी फिल्मों के सुपरस्टार पवन सिंह ने खेसारी लाल यादव के उस बयान पर प्रतिक्रिया दी, जिसमें उन्होंने कहा था कि जंगलराज बेहतर था, जिसमें पैसे देकर जिंदा रह जाते थे।
पटना में मीडिया से बातचीत के दौरान पवन सिंह ने बताया कि जंगलराज का वह दौर कोई नहीं भूल सकता। उन्होंने जंगलराज के 15 सालों और डबल इंजन सरकार के 20 साल के कार्यकाल की तुलना की और कहा कि फर्क स्पष्ट है।
उन्होंने कहा, "15 साल पहले की स्थिति को देखिए और आज से तुलना कीजिए। क्या आपको कोई अंतर दिखता है? बिल्कुल दिखता है।"
पवन सिंह ने बिहारी अस्मिता पर भी बात की और कहा, "मैंने पहले भी कहा है और अभी भी कहता हूं कि बिहारी कहलाना गर्व की बात है। हम बिहारी हैं और इसे गर्व से कहते हैं।"
पत्नी ज्योति सिंह के काराकाट विधानसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ने के सवाल पर पवन सिंह ने कहा कि इस पर वह कुछ नहीं कहेंगे।
बता दें कि खेसारी लाल यादव ने पहले अपनी पत्नी को छपरा से चुनावी मैदान में उतारने की योजना बनाई थी, लेकिन बाद में उन्होंने खुद चुनाव लड़ने का फैसला किया। पार्टी से टिकट मिलने के बाद वे छपरा में बने हुए हैं और लोगों से अपने समर्थन में वोट मांग रहे हैं।
खेसारी ने क्षेत्र की समस्याओं को उठाते हुए दावा किया है कि 20 साल की एनडीए सरकार ने बिहार में विकास नहीं किया। हाल ही में उनके एक बयान पर विपक्ष ने उन्हें निशाने पर लिया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि बिहार में जंगलराज ही ठीक था।