क्या मुख्यमंत्री धामी ने उत्तराखंड रजत जयंती पर जनता से विकास यात्रा में भाग लेने की अपील की?
सारांश
Key Takeaways
- उत्तराखंड रजत जयंती एक महत्वपूर्ण उत्सव है।
- मुख्यमंत्री धामी ने सामूहिक संकल्प का आह्वान किया।
- जनभागीदारी से विकास यात्रा को आगे बढ़ाने का प्रयास।
- अटल बिहारी वाजपेयी के योगदान को याद किया गया।
- 2047 के विकसित भारत के विजन की चर्चा।
देहरादून, १ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को 'उत्तराखंड रजत जयंती' के अवसर पर कहा कि यह उत्सव विकसित उत्तराखंड के लक्ष्य की ओर सामूहिक संकल्प का प्रतीक है। इस उपलक्ष्य में, उन्होंने राज्य सरकार के अभूतपूर्व कार्यों और उपलब्धियों की जानकारी साझा की।
देहरादून स्थित भाजपा प्रदेश कार्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के मार्गदर्शन में उत्तराखंड सरकार 'रजत जयंती उत्सव' को जनभागीदारी के साथ मना रही है। इस अवसर पर मैं सभी नागरिकों को बधाई और शुभकामनाएं देता हूं।
उन्होंने कहा, "हम सौभाग्यशाली हैं कि इस महत्वपूर्ण अवसर पर हम पूरे राज्य में उत्सव मना रहे हैं। मैं इस अवसर पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के रूप में सेवा करना अपना सौभाग्य मानता हूं। मैं अटल बिहारी वाजपेयी को अपनी हार्दिक श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं, जिन्होंने अपने प्रधानमंत्री कार्यकाल के दौरान उत्तराखंड की स्थापना की। उनके नेतृत्व में राज्य ने बहुत प्रगति की है।"
मुख्यमंत्री ने राज्य के लोगों से अपील की कि नए अनुभवों के साथ हम आगे बढ़ते रहेंगे और सभी को इस यात्रा में सहयात्री बनकर भाग लेना चाहिए। यह अवसर हमारे सामने है क्योंकि प्रधानमंत्री ने 2047 तक विकसित भारत का विजन प्रस्तुत किया है।
पुष्कर सिंह धामी ने आगे कहा कि जैसे-जैसे हम 2025 में २५ साल पूरे कर रहे हैं, 2050 में उत्तराखंड के लोग 'स्वर्ण जयंती' मनाएंगे। इसके लिए हमें योजना विकसित करने और भविष्य की २५-वर्षीय यात्रा की योजना बनाने की आवश्यकता है।