क्या कुल्लू में बादल फटने से 101 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है? : डीसी तोरुल एस. रवीश

सारांश
Key Takeaways
- कुल्लू में बादल फटने से भारी नुकसान हुआ है।
- डीसी तोरुल एस. रवीश ने राहत कार्यों को तेज करने का निर्देश दिया।
- जिले में 103 सड़कें बंद हो चुकी हैं।
- 81 ट्रांसफार्मर बिजली आपूर्ति में ठप हैं।
- स्थानीय प्रशासन लोगों को सुरक्षित स्थान पर रहने की सलाह दे रहा है।
कुल्लू, 19 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। हिमाचल प्रदेश के कुल्लू में एक बार फिर से बादल फटने की घटना सामने आई है। इस घटना ने आस-पास के क्षेत्रों में भारी नुकसान पहुँचाया है। डीसी कुल्लू तोरुल एस. रवीश ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर स्थिति का आकलन किया और राहत कार्यों को तेज करने के निर्देश दिए।
डीसी तोरुल एस. रवीश ने बताया कि भूतनाथ ब्रिज के समीप सड़क क्षतिग्रस्त हो गई है। जिले में कुल मिलाकर लगभग 101 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है, जिसमें निजी संपत्ति का नुकसान लगभग 1.8 करोड़ रुपए अनुमानित है। वर्तमान में पटवारियों द्वारा नुकसान का सटीक आकलन किया जा रहा है। कंडीकटोला रोड पर लैंडस्लाइड के कारण कई गाड़ियाँ फंसी हुई हैं, जिन्हें निकालना हमारी प्राथमिकता है। लोगों को आवश्यक सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं।
उन्होंने आगे कहा कि जिले में अब तक 103 सड़कें बंद हो चुकी हैं। कुल्लू डिवीजन में बिजली आपूर्ति से जुड़े 81 ट्रांसफार्मर और थलौट डिवीजन में 500 ट्रांसफार्मर ठप हैं। 64 पेयजल योजनाएं भी क्षतिग्रस्त हुई हैं, जिनकी मरम्मत का कार्य जारी है।
डीसी ने बताया कि पिछले रात भी ऊपरी क्षेत्रों में स्थिति बिगड़ी। देर रात लगभग तीन बजे कुल्लू की लगघाटी के नाले में बादल फटने से आई बाढ़ में कणौण गांव की दो दुकानें, दो पुलिया और सड़क किनारे खड़े वाहन बह गए। इसका असर सरवरी नदी पर भी देखने को मिला, जहां तेज बहाव में एक छोटा पुल और सड़क का हिस्सा बह गया।
प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि बंद पड़ी सड़कें और पेयजल योजनाएं जल्द से जल्द बहाल करने का प्रयास किया जा रहा है। कई क्षेत्रों में भारी बारिश और बादल फटने की घटनाओं ने सड़कें, बिजली और पानी की आपूर्ति को गंभीरता से प्रभावित किया है।
इसके साथ ही, प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे सतर्क रहें, अफवाहों से बचें और सुरक्षित स्थानों पर रहें।