क्या आपातकाल का काला अध्याय जनता के सामने तथ्यों के साथ लाना आवश्यक है? : हर्ष मल्होत्रा

सारांश
Key Takeaways
- 1975 का आपातकाल लोकतंत्र के लिए एक काला अध्याय है।
- हर्ष मल्होत्रा ने इस पर खुलकर अपनी राय रखी।
- दिल्ली सरकार दस्तावेजों को सार्वजनिक करने की प्रक्रिया में है।
- खेलो इंडिया और फिट इंडिया मूवमेंट से खेलों का विकास हो रहा है।
- शुभांशु शुक्ला ने अंतरिक्ष में देश का नाम रोशन किया।
नई दिल्ली, 14 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली सरकार आपातकाल के दौरान आंतरिक सुरक्षा रखरखाव अधिनियम (मीसा) के तहत गिरफ्तार व्यक्तियों से जुड़ी रहस्यमय दस्तावेजों को सार्वजनिक करने की योजना बना रही है। इस मुद्दे पर सियासत में गर्मी बढ़ गई है। केंद्रीय राज्य मंत्री हर्ष मल्होत्रा ने कहा कि 1975 का काला अध्याय तथ्यों के साथ जनता के सामने आना अत्यंत आवश्यक है।
हर्ष मल्होत्रा ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "लोकतंत्र का गला घोंटने वाला 1975 का काला अध्याय तथ्यों के साथ देश की जनता के सामने आना चाहिए। विपक्ष को इस बात से डर क्यों है, यह समझ से परे है। विपक्ष को डर है कि इससे उनके काले कारनामे उजागर हो जाएंगे। इंदिरा गांधी ने बिना कारण देश में आपातकाल लागू किया था। दिल्ली सरकार को क्या करना चाहिए? यह दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता तय करेंगी, न कि विपक्षी दल।
हर्ष मल्होत्रा ने आर्टिस्ट इवेंट क्रिकेट लीग (एईसीएल) के आयोजन पर कहा कि हमारे देश में खेल जगत तेजी से प्रगति कर रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खेलो इंडिया को प्रेरित करते हुए खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाया है। फिट इंडिया मूवमेंट के तहत एईसीएल का 7वां सीजन शुरू होने वाला है, जिसमें देशभर में आयोजन होगा। यह मंच केवल खिलाड़ियों के लिए नहीं, बल्कि आम जनता के लिए भी है। एईसीएल को इस आयोजन के लिए शुभकामनाएं देता हूं।
अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन से भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला धरती पर लौटने के लिए रवाना हो गए हैं। इस पर हर्ष मल्होत्रा ने कहा कि शुभांशु ने देश का नाम ऊंचा किया है। यह पीएम का विजन है, जिसके अंतर्गत शुभांशु शुक्ला जैसे युवा विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्टता हासिल कर रहे हैं। शुभांशु को बहुत बधाई।