क्या आपातकाल में जेल गए पिता अब कांग्रेस के साथ हैं? : एसपी सिंह बघेल

सारांश
Key Takeaways
- आपातकाल का इतिहास और उसके नतीजे आज भी महत्वपूर्ण हैं।
- राजनीतिक नैतिकता पर प्रश्न उठते हैं।
- सभी नेताओं को अपने अतीत को ध्यान में रखना चाहिए।
- अंतरिक्ष यात्रा पर बच्चों का प्रोत्साहन आवश्यक है।
- समर्थन और एकता का महत्व।
आगरा, 26 जून (राष्ट्र प्रेस)। आपातकाल के 50 वर्ष पूरे होने पर केंद्रीय पंचायती राज राज्य मंत्री एस.पी. सिंह बघेल ने उन राजनीतिक दलों पर निशाना साधा है जिनके प्रमुख नेता आपातकाल के दौरान महीनों तक जेल में रहे और अब वे कांग्रेस के साथ खड़े हैं। इसे उन्होंने दोहरे चरित्र की संज्ञा दी है।
दरअसल, आगरा में गुरुवार को आपातकाल के 50 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इस कार्यक्रम में एस.पी. सिंह बघेल ने भी भाग लिया। उन्होंने कार्यक्रम के दौरान मीसा भारती का उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि जब लालू यादव आपातकाल के दौरान जेल में थे, तब उनके घर बेटी का जन्म हुआ, जिसका नाम उन्होंने मीसा रखा था।
जब समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस ने उनसे पूछा कि आखिर उन्होंने मंच पर मीसा भारती के नाम का उल्लेख क्यों किया, तो केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आपातकाल के समय जो अत्याचार हुए थे, उनके खिलाफ जनता पार्टी की सरकार आई थी। लालू प्रसाद यादव सांसद बने, मुलायम सिंह यादव मंत्री बने। आज वही लोग जिनके पिता कांग्रेस द्वारा लगाए गए आपातकाल में जेल गए थे, उसी कांग्रेस पार्टी के साथ खड़े हैं। जनता की याददाश्त कमजोर होती है, मैंने सुना है। लेकिन, नेताओं की याददाश्त अच्छी होती है और मैं इसका उदाहरण हूं।
इसके साथ ही शुभांशु शुक्ला को अंतरिक्ष यात्रा पर जाने के लिए देशभर से शुभकामनाएं मिल रही हैं, लेकिन सपा प्रमुख अखिलेश यादव की ओर से शुभकामनाएं नहीं मिलने पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इसके पीछे उनका क्या एजेंडा है, यह वही बता सकते हैं। हमारे देश के बच्चे जो अंतरिक्ष यात्री बनना चाहते हैं, उन्हें सभी नेताओं की ओर से प्रोत्साहन मिलना चाहिए। अखिलेश यादव का कोई न कोई एजेंडा होगा, या इसमें कोई राजनीति हो सकती है। लेकिन, जरूरी यह है कि सभी को समर्थन करना चाहिए।