क्या भारत की अंतरराष्ट्रीय प्रतिष्ठा में वृद्धि हुई है? राजनाथ सिंह
सारांश
Key Takeaways
- राजनाथ सिंह का विश्वास है कि एनडीए दो तिहाई बहुमत से जीत सकती है।
- बिहार में बुनियादी सुविधाओं में सुधार हो रहा है।
- भारत की अंतरराष्ट्रीय प्रतिष्ठा में वृद्धि हो रही है।
बांका, 5 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा के वरिष्ठ नेता और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को बांका में एनडीए प्रत्याशी के समर्थन में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए दावा किया कि पहले चरण के मतदान का प्रचार अभियान समाप्त होने के बाद जो रुझान सामने आया है, उससे यह स्पष्ट है कि दो तिहाई बहुमत से यहाँ फिर से एनडीए की सरकार बनेगी।
उन्होंने कहा कि आज 20 वर्षों से नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए सरकार बिहार में कार्यरत है, लेकिन कोई भी ऐसा व्यक्ति नहीं है जो नीतीश कुमार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा सके। इससे पहले भी राजद के मुख्यमंत्री थे, जिन्हें लंबे समय तक जेल में रहना पड़ा है।
उन्होंने तेजस्वी यादव का नाम लिए बिना कहा कि वर्तमान मुख्यमंत्री के खिलाफ भी अदालतों में भ्रष्टाचार के मामले चल रहे हैं। निर्णय स्वाभाविक है। कोई भी फैसला ईमानदारी से एनडीए के पक्ष में लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि पहले बिहार में लोग बुनियादी सुविधाओं के लिए तरसते थे। पहले राजद के लोग यह कहते थे कि सड़क बनने के बाद पुलिस आपके गांव पहुंचेगी। लेकिन अब वह दौर समाप्त हो गया है, अब बुनियादी सुविधाएं आसानी से उपलब्ध हैं।
उन्होंने कहा कि पहले बिहार के स्वास्थ्य का बजट 700 करोड़ रुपये था, जो अब 20 हजार करोड़ रुपये से अधिक हो चुका है। बिजली की स्थिति खराब थी। लोग लालटेन का इस्तेमाल करते थे। अब बिहार की स्थिति में सुधार हुआ है। आज सड़कों और पुलों का जाल फैला हुआ है। पहले पटना की सड़कों पर दुर्घटनाएं होती थीं, अब मेट्रो रेल चल रही है। राजद के लोग न तो सड़कें चाहते थे और न कोई अन्य सुविधाएं।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की स्थिति भी वैसी ही है। ये सीमा पर सड़क बनाने के विरोधी रहे हैं। कोई भी सच्चाई को नकार नहीं सकता। पीएम नरेंद्र मोदी ने विकास विरोधी इस सोच को बदल दिया है। आज भारत तेजी से प्रगति कर रहा है। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर की चर्चा करते हुए कहा कि अब विरोधी हिम्मत नहीं करेंगे। यदि करेंगे, तो ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है। हमने आतंकवादियों को धर्म देखकर नहीं मारा है। आज भारत की प्रतिष्ठा दुनिया में अंतरराष्ट्रीय मंचों पर बढ़ी है।
उन्होंने कहा कि हमारी सेना का एक ही धर्म है और वह है सैन्य धर्म। विपक्ष को सेना को धर्म और जाति में बांटने की कोशिश नहीं करनी चाहिए।