क्या बिहार के चार क्षेत्रों में मोदी-नीतीश का जादू है? सीमांचल में एनडीए-महागठबंधन में टक्कर!
सारांश
Key Takeaways
- एनडीए को कई क्षेत्रों में बहुमत मिलने की उम्मीद है।
- महागठबंधन भी कुछ क्षेत्रों में टक्कर दे सकता है।
- बिहार के ५ क्षेत्रों में सर्वेक्षण किए गए हैं।
- मतदाता की प्राथमिकताएँ चुनाव परिणाम को प्रभावित कर सकती हैं।
- बिहार चुनाव के परिणाम १४ नवंबर को घोषित होंगे।
नई दिल्ली, ११ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव का मतदान मंगलवार को दूसरे चरण में समाप्त हो चुका है। अब १४ नवंबर का इंतजार है, जब बिहार चुनाव के परिणाम सामने आएंगे। उसी दिन यह स्पष्ट होगा कि बिहार में किसका राज होगा। बिहार चुनाव के परिणामों से पहले राष्ट्र प्रेस-मैटराइज का एग्जिट पोल सामने आया है।
राष्ट्र प्रेस-मैटराइज के एग्जिट पोल में बिहार को पांच क्षेत्रों में विभाजित कर सर्वेक्षण किया गया है कि किन-किन गठबंधनों को कितनी सीटें मिल सकती हैं। अंगिका, भोजपुर, मगध, मिथिलांचल और सीमांचल को अलग-अलग क्षेत्रों में बांटकर एग्जिट पोल किया गया है।
एग्जिट पोल के अनुसार, अंगिका में कुल विधानसभा की ३० सीटें हैं, जिसमें एनडीए को २०-२३ सीटें, महागठबंधन को ७-१० सीटें और अन्य को ०-१ सीट मिलने का अनुमान है। इस क्षेत्र में एनडीए को ४७.९ प्रतिशत, महागठबंधन को ३७.१ प्रतिशत और अन्य को १५ प्रतिशत वोट मिलने के आसार हैं।
भोजपुर क्षेत्र में ६७ सीटों में से एनडीए के खाते में ३७-४२ सीटें, महागठबंधन को २०-२५ और अन्य को ०-२ सीट आने की संभावना है। यहां एनडीए को ४८.४ प्रतिशत, महागठबंधन को ३६.१ प्रतिशत और अन्य को १५.५ प्रतिशत वोट मिलने की संभावना है।
मगध क्षेत्र में एनडीए के आगे रहने की उम्मीद है। यहाँ की ५१ सीटों में से एनडीए के पाले में ३०-३५ सीटें आने के आसार हैं, जबकि महागठबंधन १७-२२ और अन्य ०-१ सीट पर सिमट सकते हैं। वोट शेयरिंग में एनडीए को ४८.८ प्रतिशत, महागठबंधन को ३६.२ प्रतिशत और अन्य को १५ प्रतिशत मत मिलने की उम्मीद है।
मिथिलांचल में भी पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम नीतीश कुमार का जादू चल रहा है। ७१ सीटों में एनडीए को ५०-५५, महागठबंधन को १८-२३ और अन्य को ०-१ सीट मिल सकती हैं। यहाँ एनडीए की वोटिंग प्रतिशत ४७.७ रहने की उम्मीद है। महागठबंधन को ३६.५ प्रतिशत और अन्य को १५.८ प्रतिशत वोट मिलने के आसार हैं।
सीमांचल में एनडीए और महागठबंधन के बीच कांटे की टक्कर रहने की संभावना है। २४ सीटों में से एनडीए को १०-१२ सीटें, महागठबंधन को ८-१० सीटें और अन्य को २-३ सीटें मिलने की उम्मीद है। हालांकि, वोट शेयरिंग में महागठबंधन आगे नजर आ रहा है। महागठबंधन को ४९.९ प्रतिशत, एनडीए को ३९.१ प्रतिशत और अन्य को १६ प्रतिशत वोट मिलने की संभावना है।
जेंडर वाइज वोट शेयरिंग की बात करें तो एनडीए को ५२ प्रतिशत, महागठबंधन को ३६ प्रतिशत, और जन सुराज पार्टी और अन्य को ६-६ प्रतिशत पुरुषों के मत मिलने का अनुमान है। महिलाओं ने एनडीए पर विश्वास जताते हुए जमकर वोट डाला। एनडीए के खाते में ६५ प्रतिशत, महागठबंधन को २७ प्रतिशत, जन सुराज पार्टी को ६ प्रतिशत, और अन्य को २ प्रतिशत वोट मिलने की उम्मीद है।
एनडीए को सबसे ज्यादा सामान्य वर्ग और महागठबंधन को मुस्लिम वर्ग के वोट मिलने की संभावना है। एनडीए को सामान्य वर्ग का ६९ प्रतिशत, ओबीसी का ५१ प्रतिशत, एससी का ४९ प्रतिशत और मुस्लिम का १० प्रतिशत वोट प्राप्त होने की उम्मीद है। महागठबंधन को १७ प्रतिशत सामान्य वर्ग, ३९ प्रतिशत ओबीसी, ३८ प्रतिशत एससी और ७८ प्रतिशत मुस्लिम वर्ग के वोट मिलने की संभावना है।
जन सुराज पार्टी को सामान्य वर्ग का ७ प्रतिशत, ओबीसी का ४ प्रतिशत, एससी का ५ प्रतिशत और मुस्लिम वर्ग का ४ प्रतिशत वोट मिल सकता है। अन्य पार्टियों को सामान्य वर्ग का ९ प्रतिशत, ओबीसी का ६ प्रतिशत और एससी और मुस्लिम वर्ग का ८ प्रतिशत वोट प्राप्त होने की संभावना है।
बिहार के पांचों क्षेत्रों के आंकड़ों पर गौर करें तो एक बार फिर एनडीए की सरकार बन सकती है। एग्जिट पोल के अनुसार, राज्य की २४३ सीटों में से एनडीए को १४७-१६७ सीटें मिलने का अनुमान है, जबकि महागठबंधन को ७०-९० सीटें और अन्य पार्टियों को २-८ सीट मिल सकती हैं।
राष्ट्र प्रेस-मैटराइज का एग्जिट पोल ६ नवंबर से ११ नवंबर के बीच किया गया है। इससे बिहार के ६६,०८७ लोगों से वहां का राजनीतिक मिजाज और सरकार बनाने को लेकर उनकी सोच के बारे में जानने की कोशिश की गई है। एग्जिट पोल में ३१,७२२ पुरुषों, १९,१६५ महिलाओं और १५,२०० युवाओं को शामिल किया गया है। एजेंसी का दावा है कि एग्जिट पोल में मार्जिन ऑफ एरर +/- ३ प्रतिशत हो सकता है।
हालांकि, एग्जिट पोल अंतिम परिणाम नहीं हैं। बिहार में किसकी सरकार बनेगी, यह १४ नवंबर को ही स्पष्ट होगा। बिहार में कुल २४३ विधानसभा सीटें हैं। यहाँ सरकार बनाने के लिए बहुमत का आंकड़ा १२२ है। प्रदेश में इस समय सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की सरकार है।