क्या बिहार में नीतीश कुमार का मोर्चा ही सफल है? - नीरज कुमार

सारांश
Key Takeaways
- भाजपा सांसद ने कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
- नीरज कुमार ने आरोपों का जोरदार खंडन किया है।
- नीतीश कुमार का समाजवादी मॉडल विकास और न्याय को प्रोत्साहित करता है।
- राजनीतिक बयानबाजी से ज्यादा वास्तविक कार्य की आवश्यकता है।
- बिहार की जनता नीतीश कुमार के नेतृत्व में स्थिरता चाहती है।
पटना, 1 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा सांसद निशिकांत दुबे द्वारा कांग्रेस पर लगाए गए कथित फंडिंग के आरोपों पर जेडीयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा कि यदि किसी संगठन की फंडिंग में अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए का पैसा शामिल है, तो यह न केवल एक गंभीर आरोप है, बल्कि यह राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा एक महत्वपूर्ण मुद्दा है।
नीरज कुमार ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से विशेष बातचीत में कहा, "यदि निशिकांत दुबे जी ने ऐसा आरोप लगाया है, तो उनके पास इसके साक्ष्य भी होंगे। यह उनकी जिम्मेदारी है कि वे संबंधित एजेंसी को वे साक्ष्य सौंपें ताकि जांच हो सके और देश की सुरक्षा के लिए आवश्यक कार्रवाई की जा सके।"
भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने राजद को 'नमाजवादी' बताया, इस पर सवाल उठाने पर नीरज कुमार ने कहा कि कौन क्या बयान देता है, यह उसकी व्यक्तिगत प्राथमिकता हो सकती है, लेकिन बिहार में जो समाजवाद और न्याय के साथ विकास का मॉडल है, वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा प्रस्तुत किया गया है।
उन्होंने यह भी कहा कि हर व्यक्ति को अपनी आस्था का पालन करने का अधिकार है। कोई चर्च में प्रार्थना करता है, कोई मस्जिद में नमाज अदा करता है, कोई मंदिर में भगवान शिव की पूजा करता है। यह सभी भारतीय संविधान द्वारा दिए गए मौलिक अधिकार हैं। नीतीश कुमार का समाजवादी मॉडल वह है जहां दलित के हाथ में राष्ट्रीय ध्वज होता है और मुख्यमंत्री उसे सैल्यूट करते हैं। यही असली समावेशी लोकतंत्र है।
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) ने बिहार में थर्ड फ्रंट के गठन की घोषणा की। इस पर नीरज कुमार ने कहा कि ये सभी हताश, निराश और परेशान आत्मा हैं। बिहार में नीतीश कुमार का मोर्चा ही एकमात्र वैध और सफल मोर्चा है। उन्होंने कहा कि कौन सा थर्ड फ्रंट? यहां तो सिर्फ एक ही मोर्चा है, नीतीश कुमार का। बाकी सब तो मनरेगा के श्रमिक की तरह हैं, जिन्हें जनता इस बार कोई काम नहीं देने वाली। बिहार की जनता जानती है कि किसने काम किया और कौन सिर्फ राजनीतिक बयानबाजी करता है।
जेडीयू कार्यालय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पोस्टर लगाए जाने पर उठे सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि ये पोस्टर महिला उद्यमिता, रोजगार और विकास को केंद्र में रखकर लगाए गए हैं। दोनों नेताओं का मुस्कुराता चेहरा इस बात का प्रतीक है कि देश और बिहार मिलकर विकास की ओर बढ़ रहे हैं। यह पोस्टर केवल गठबंधन की राजनीति नहीं, बल्कि समावेशी विकास की सोच को दर्शाता है। कुछ लोग इसे राजनीतिक निहितार्थ से जोड़कर जनता दल (यूनाइटेड) के विलय की बात कर रहे हैं, लेकिन यह पूरी तरह से गलत है।
उन्होंने आगे कहा कि बिहार की जनता ने स्पष्ट कर दिया है कि जब तक नीतीश कुमार चाहेंगे, वे उन्हें मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहती हैं। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के घटक दल के रूप में, केंद्र में सम्माननीय प्रधानमंत्री और राज्य में माननीय मुख्यमंत्री के नेतृत्व में हमारा गठबंधन मजबूत है।