क्या नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में एनडीए की सरकार बनेगी? : प्रदीप कुमार सिंह

सारांश
Key Takeaways
- नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए सरकार बनने की संभावना है।
- अरविंद केजरीवाल का चुनावी ऐलान महत्वपूर्ण है।
- भाजपा और जदयू का गठबंधन स्थिरता प्रदान कर सकता है।
पटना, 3 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने आगामी बिहार चुनाव अकेले लड़ने का ऐलान किया है। इस पर भाजपा सांसद प्रदीप कुमार सिंह ने दावा किया कि राज्य में नीतीश कुमार के नेतृत्व में फिर से एनडीए सरकार बन सकती है।
प्रदीप कुमार सिंह ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से कहा, "अरविंद केजरीवाल और लालू यादव में क्या अंतर है? लोकतंत्र में चुनाव लड़ना सभी का अधिकार है। वे चुनाव में भाग लेते रहें, लेकिन मैं यह स्पष्ट कर दूं कि बिहार में एनडीए की सरकार है, और देश में भी हमारी सरकार है। बिहार और देश दोनों विकास की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। नीतीश कुमार के नेतृत्व में एक बार फिर एनडीए सरकार बनेगी।"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घाना का सर्वोच्च सम्मान मिलने पर भाजपा सांसद ने कहा, "नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री तो हैं ही, वे वैश्विक स्तर के नेता भी हैं। पीएम मोदी ने जो कार्य किए हैं, उनकी चर्चा आज पूरी दुनिया में हो रही है। उन्होंने देश को दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना दिया है और अब हम तीसरी अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ रहे हैं। जो काम करेगा, उसका नाम होगा और पीएम मोदी ने काम किया है।"
बिहार में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी 'ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन' (एआईएमआईएम) और चंद्रशेखर की 'आजाद समाज पार्टी' के गठबंधन में चुनाव लड़ने के सवाल पर भाजपा नेता अनिल शर्मा ने कहा, "बिहार में चाहे चंद्रशेखर आएं या ओवैसी, बिहार में एनडीए की सरकार बनेगी। बिहार के लोग भी महाराष्ट्र, हरियाणा और पूरे देश के लोगों की तरह इस बात को समझ चुके हैं कि अगर भाजपा सशक्त नहीं हुई और एनडीए की सरकार नहीं बनी, तो वह दिन दूर नहीं जब भारत में भी बांग्लादेश की तरह हिंदुओं पर अत्याचार होगा। मंदिर तोड़े जाएंगे और अराजकता का माहौल होगा। इसलिए अगर देश में लोकतंत्र को कायम रखना है, तो एनडीए सरकार का होना जरूरी है। यह भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार होगी।"