क्या बिहार में विकास जीतेगा और जंगलराज हारेगा? - रोहन गुप्ता
सारांश
Key Takeaways
- एनडीए के पक्ष में लहर चल रही है।
- विकास और जंगलराज के बीच की लड़ाई है।
- जनता का मूड सुशासन की ओर है।
- तेजस्वी यादव के वादे पर जनता का विश्वास नहीं है।
- एसआईआर को लेकर राजनीति हो रही है।
पटना, 4 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान 6 नवंबर को होने जा रहा है। आज चुनाव प्रचार का अंतिम दिन है। भाजपा नेता रोहन गुप्ता ने कहा है कि बिहार में एनडीए के लिए एक मजबूत लहर देखने को मिल रही है और विकास जीतेगा जबकि जंगलराज हारेगा।
उन्होंने राष्ट्र प्रेस से बात करते हुए कहा कि बिहार की स्थिति बिल्कुल स्पष्ट है, एनडीए के पक्ष में एक मजबूत लहर चल रही है। लोग इसे सुशासन और कुशासन, जंगलराज एवं विकास के बीच की लड़ाई के रूप में देख रहे हैं। विकास और सुशासन की जीत निश्चित है। जनता ने 20 साल का सुशासन और जंगलराज दोनों का अनुभव किया है, और वह दौर आज भी लोगों की यादों में है। लोग जानते हैं कि विकास की दिशा में बिहार आगे बढ़ रहा है, इसे पीछे नहीं ले जाना है, यही कारण है कि बिहार की जनता विकास के साथ आगे बढ़ रही है। एनडीए की जीत सुनिश्चित है।
राजद नेता तेजस्वी यादव के नए वादों पर भाजपा नेता ने कहा कि उन्हें पता है कि वे चुनाव नहीं जीतने वाले। यह सब जुमलेबाजी है, इससे कुछ नहीं होने वाला है। जनता ने 20 साल की हकीकत देखी है। महागठबंधन के हवाई वादों से किसी को कोई मतलब नहीं है। तेजस्वी यादव 15 लाख करोड़ के बजट का वादा करेंगे तो वह कहां से आएगा? जनता ने जंगलराज का वह दौर देखा है जब सीएम आवास से फिरौती और किडनैपिंग कराई जाती थी। हमारी माताएं-बहनें जंगलराज के नाम से ही डर जाती हैं। कितने भी वादे कर लें, तेजस्वी का नाम जंगलराज के साथ जुड़ चुका है।
एसआईआर को लेकर भाजपा नेता ने कहा कि बिहार का चुनाव बहुत महत्वपूर्ण है, लेकिन विपक्ष का मुद्दा चुनाव से पहले ही कमजोर हो गया है। आज कोई रैली दिखाइए जहां वोट चोरी की बात हो रही हो। एसआईआर के नाम पर गलत राजनीति की गई। 12 राज्यों में एसआईआर का स्वागत होना चाहिए। राहुल गांधी ने कर्नाटक में वोटर लिस्ट में गड़बड़ी का सवाल उठाया था। अब जब इसे हटाने की मुहिम चल रही है तो इसका स्वागत किया जाना चाहिए। इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए, नहीं तो बिहार जैसा हाल दूसरे राज्यों में भी होगा।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा पीएम मोदी पर दिए गए बयान पर भाजपा नेता ने कहा कि जब आप चुनाव हारने वाले होते हैं तो आपका मानसिक संतुलन बिगड़ जाता है। उनकी भाषा यह दर्शा रही है कि वे हताश और हार के लिए तैयार हैं।