क्या भाजपा को विकास के मुद्दों पर राजनीति करनी चाहिए? : तरुणप्रीत सिंह

सारांश
Key Takeaways
- भाजपा को विकास के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
- सांप्रदायिकता से बचना आवश्यक है।
- नशे की समस्या पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
- सभी धर्मों का योगदान महत्वपूर्ण है।
- भाजपा को अराजकता नहीं फैलानी चाहिए।
चंडीगढ़, 30 जून (राष्ट्र प्रेस)। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव के उनकी सरकार बनने पर वक्फ कानून को "कूड़ेदान में" फेंकने वाले बयान पर पंजाब सरकार के मंत्री तरुणप्रीत सिंह ने सोमवार को कहा कि भाजपा हमेशा देश के बुनियादी ढांचे में हस्तक्षेप करने की कोशिश करती है, जिससे अशांति बढ़ती है।
तरुणप्रीत सिंह ने कहा कि भाजपा को विकास के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। चाहे वह अस्पताल हो, स्कूल हो, आईआईटी हो, एयरपोर्ट हो, रेल नेटवर्क हो या सड़क नेटवर्क, इन मुद्दों पर भाजपा को राजनीति करनी चाहिए। लेकिन, इसके बजाय वह धर्म की आड़ में राजनीति करती है और हर समय सांप्रदायिक बयान देती है। भाजपा ऐसा माहौल बनाने की कोशिश कर रही है जिससे आने वाले समय में सांप्रदायिक दंगे भड़क सकते हैं। तब कौन जिम्मेदार होगा?
उन्होंने कहा कि भाजपा को अराजकता नहीं फैलानी चाहिए, बल्कि ऐसा माहौल बनाना चाहिए जिससे देश में अमन-चैन कायम हो। उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए कि वह सबको साथ लेकर चले। इस देश की आजादी में सभी धर्मों के लोगों ने योगदान दिया है। इसीलिए, किसी के योगदान को नहीं भूलना चाहिए।
नशे के खिलाफ पंजाब सरकार की ओर से हो रही कार्रवाई पर तरुणप्रीत सिंह ने कहा कि यह सर्वविदित है और बच्चों के बीच भी इस पर चर्चा होती है कि 2007 से पहले पंजाब में किसी ने भी 'चिट्टा' (सिंथेटिक ड्रग्स) के बारे में नहीं सुना था। लेकिन 2007 में अकाली दल-भाजपा सरकार के सत्ता में आने के बाद और 2017 तक के अपने 10 साल के शासन के दौरान उन्होंने पंजाब के हर गांव और वार्ड में 'चिट्टा' फैला दिया। कानून-व्यवस्था की स्थिति का आकलन करना और उसके अनुसार कार्रवाई करना सरकार की जिम्मेदारी है।
उन्होंने कहा कि आज पंजाब का बच्चा-बच्चा जान चुका है कि पंजाब सरकार में पूर्व मंत्री विक्रमजीत सिंह मजीठिया के साथ 'चिट्टा' के तार जुड़े हुए हैं। नशे के कारण पंजाब का युवा बर्बाद हुआ है। जो भी इसके पीछे लोग हैं, उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।