क्या बुराड़ी में यमुना के जलभराव से फसलें बर्बाद हुईं? 'आप' विधायक ने मुआवजे की मांग की

सारांश
Key Takeaways
- यमुना का जलस्तर बढ़ने से बुराड़ी में जलभराव हुआ है।
- किसानों की फसलें जलमग्न और नष्ट हो गई हैं।
- आम आदमी पार्टी के विधायक ने मुआवजे की मांग की है।
- किसानों की आजीविका पर गंभीर संकट पैदा हुआ है।
- सरकार को तात्कालिक सहायता प्रदान करनी चाहिए।
नई दिल्ली, ८ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। राष्ट्रीय राजधानी के बुराड़ी विधानसभा क्षेत्र के किसानों की समस्याओं को लेकर आम आदमी पार्टी (आप) विधायक संजीव झा ने दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता को पत्र लिखा है। इस पत्र में उन्होंने यमुना नदी के जलस्तर में वृद्धि के कारण क्षेत्र में आने वाले जलभराव और इसके चलते किसानों की फसलों के पूर्ण रूप से नष्ट होने की गंभीरता को उजागर करते हुए राहत और मुआवजे की मांग की।
संजीव झा ने पत्र में लिखा, "सादर निवेदन है कि हाल ही में यमुना नदी के जल स्तर में निरंतर वृद्धि के कारण बुराड़ी विधानसभा क्षेत्र में बड़े पैमाने पर किसानों की फसलें जलमग्न होकर नष्ट हो गई हैं। इस आपदा से यहां के अनेक किसान परिवारों की आजीविका पर गंभीर संकट उत्पन्न हो गया है।"
उन्होंने कहा कि किसानों की यह मेहनत कई महीनों के कठिन परिश्रम का परिणाम थी, जो अचानक आई इस प्राकृतिक आपदा के चलते नष्ट हो गई। इससे सैकड़ों किसान परिवारों की आय रुक गई है और उनकी आर्थिक स्थिति अत्यंत दयनीय हो गई है।"
उन्होंने आगे लिखा, "यह उल्लेखनीय है कि पिछली सरकार द्वारा भी ऐसी ही स्थिति में तत्काल विशेष सर्वेक्षण कराकर प्रभावित किसानों को मुआवजा एवं तुरंत राहत राशि प्रदान की गई थी, जिससे किसानों को समय पर राहत मिली थी। आपसे निवेदन है कि उसी प्रकार बुराड़ी विधानसभा क्षेत्र के प्रभावित किसानों का विशेष सर्वेक्षण तुरंत कराया जाए। नष्ट हुई फसलों का आकलन कर प्रभावित किसानों को तुरंत उचित मुआवजा और राहत राशि शीघ्र प्रदान की जाए।"
विधायक ने चिट्ठी को सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर भी साझा किया और लिखा, "यमुना नदी में आई बाढ़ के कारण बुराड़ी समेत दिल्ली के निचले इलाकों में किसानों की फसलें जलमग्न हो गई हैं। इस आपदा से कई किसान परिवारों की आजीविका पर गंभीर संकट आ गया है। दिल्ली की मुख्यमंत्री से आग्रह है कि प्रभावित किसानों की विशेष सर्वेक्षण टीम द्वारा तुरंत जांच की जाए।"
उन्होंने आगे लिखा, "बर्बाद हुई फसलों का आकलन कर किसानों को तात्कालिक मुआवजा और राहत राशि दी जाए। पिछले समय में भी सरकार ने ऐसी परिस्थितियों में किसानों को राहत प्रदान की थी। उम्मीद है इस बार भी हमारे किसानों को समय पर सहायता मिलेगी।"