क्या कांग्रेस भ्रष्टाचार और लूट की संस्कृति का जनक है? : तरुण चुघ

सारांश
Key Takeaways
- कांग्रेस पर भ्रष्टाचार और लूट का आरोप
- रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ ईडी की चार्जशीट
- गांधी परिवार के सदस्यों की जमानत
- ममता बनर्जी पर भी उठाए गए सवाल
- राजनीतिक संदर्भ में राहुल गांधी की स्थिति
नई दिल्ली, 18 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ गुरुग्राम भूमि सौदे में पेश की गई चार्जशीट पर कांग्रेस पर कड़ा हमला बोला।
समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में तरुण चुघ ने कांग्रेस को भ्रष्टाचार और लूट की संस्कृति का जनक करार दिया और कहा कि रॉबर्ट वाड्रा, सोनिया गांधी और राहुल गांधी सहित पूरा गांधी परिवार भ्रष्टाचार के मामलों में जमानत पर है। 2004 से 2014 तक कांग्रेस के शासन में ₹12 लाख करोड़ की लूट हुई, जिसमें नेशनल हेराल्ड घोटाला, 2जी घोटाला और कई अन्य मामले शामिल हैं। कांग्रेस ने स्वतंत्रता सेनानियों के लिए स्थापित नेशनल हेराल्ड अखबार के संसाधनों का गलत उपयोग किया।
भाजपा नेता ने रॉबर्ट वाड्रा पर 2008 में शिकोहपुर में हुए भूमि सौदे में मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लगाते हुए कहा कि ईडी ने 43 संपत्तियां, जिनकी कीमत ₹37.6 करोड़ है, जब्त की हैं। यह चार्जशीट वाड्रा के खिलाफ पहली आपराधिक शिकायत है, जिसमें उनकी कंपनी स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी ने ₹7.5 करोड़ में 3.5 एकड़ जमीन खरीदी और बाद में इसे डीएलएफ को ₹58 करोड़ में बेच दिया।
तरुण चुघ ने कांग्रेस पर भारत विरोधी एजेंडा फैलाने का भी आरोप लगाया और पूछा कि सोनिया गांधी और जॉर्ज सोरोस की संस्था के बीच क्या संबंध है? उन्होंने राहुल गांधी पर विदेशी धरती पर भारत, भारतीय संस्कृति और संवैधानिक संस्थाओं का अपमान करने का आरोप लगाया और सवाल किया कि राहुल गांधी को भारत विरोधी बयानों के लिए कौन प्रेरित करता है और उनकी फंडिंग का स्रोत क्या है।
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव ने यह भी सवाल किया कि राहुल गांधी चीनी राजदूत से गुपचुप मुलाकात क्यों करते हैं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए चुघ ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सरकार के शासन में बंगाल में जंगलराज है।
भाजपा नेता ने ममता पर भ्रष्टाचार, धार्मिक तुष्टिकरण और बांग्लादेशी घुसपैठियों को संरक्षण देने का आरोप लगाया और कहा कि ममता वोट बैंक के लालच में अवैध बांग्लादेशी मुसलमानों को संरक्षण दे रही हैं, जो देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए खतरा है।
उन्होंने सवाल किया कि ममता नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) लागू क्यों नहीं करतीं, जिससे घुसपैठियों की पहचान हो सके। चुघ ने टीएमसी सरकार पर बंगाल में बेटियों की सुरक्षा, हिंदू धार्मिक कार्यक्रमों पर हमले और राजनीतिक कार्यकर्ताओं की हत्या जैसे मुद्दों पर भी सवाल उठाए।
तरुण चुघ ने ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के नेता असदुद्दीन ओवैसी पर भी निशाना साधा और कहा कि रोहिंग्या और अवैध बांग्लादेशी घुसपैठिए भारत की संस्कृति और सुरक्षा के लिए खतरा हैं। इनके कारण अपराध और कानून-व्यवस्था की समस्याएं बढ़ रही हैं।
बिहार विधानसभा चुनाव के संदर्भ में भी उन्होंने राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि उनकी हर राजनीतिक लॉन्चिंग विफल रही है, लेकिन वो हार से बचने के लिए ईवीएम और मतदाता सूची संशोधन पर सवाल उठा रहे हैं।