क्या कांग्रेस हिंदू समाज को बदनाम करने के लिए षड्यंत्र कर रही थी? : बाबूलाल मरांडी

सारांश
Key Takeaways
- मालेगांव ब्लास्ट केस में सभी आरोपी बरी हुए।
- कांग्रेस पर हिंदू समाज को बदनाम करने के आरोप।
- पाकिस्तान के आतंकी हमलों का जिक्र।
- प्रधानमंत्री मोदी की राष्ट्रहित की प्राथमिकता।
- संसद में कांग्रेस की आलोचना।
रांची, 31 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र में मालेगांव ब्लास्ट केस में एनआईए कोर्ट द्वारा सभी आरोपियों को बरी किए जाने के बाद सियासत में तेजी आ गई है। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा कि कांग्रेस हिंदू समाज को बदनाम करने के लिए षड्यंत्र कर रही थी।
उन्होंने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि मालेगांव ब्लास्ट केस में अदालत का फैसला स्वागतयोग्य है। उस समय लोगों पर जिस तरह से आरोप लगाए गए थे, उससे साफ लगता था कि लोगों को जबरदस्ती फंसाया जा रहा था। कांग्रेस पार्टी की सरकार केंद्र में थी, देश में जहां कहीं भी इस तरह की घटनाएं होती थी, उसको नया नाम दिया गया था, हिंदू आतंकवाद। कांग्रेस हिंदू समाज को बदनाम करने के लिए षड्यंत्र कर रही थी। अदालत के फैसले के बाद सब स्पष्ट हो चुका है।
उन्होंने संसद सत्र के दौरान ऑपरेशन सिंदूर को लेकर हुई चर्चा पर अपनी प्रतिक्रिया दी। मरांडी ने कहा कि पाकिस्तान ने ही भारत में आतंकी हमले करवाए हैं। इस बात को अब यूएनओ ने भी माना है।
उन्होंने कांग्रेस की आलोचना करते हुए कहा कि स्वतंत्रता के बाद देश की संप्रभुता के साथ जिस प्रकार से कांग्रेस पार्टी ने जल्दबाजी की और अपने भूखंड को हमने किस प्रकार से खोया है, उसकी एक-एक बात को सदन के सामने रखा गया। मैं समझता हूं कि विपक्षी दलों के नेताओं और कांग्रेस पार्टी को अब उस पर विचार करना चाहिए।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने पर बाबूलाल मरांडी ने कहा कि दोस्ती महत्वपूर्ण है, और मैं यह कहता रहता हूं, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कभी भी राष्ट्र की कीमत पर दोस्ती को प्राथमिकता नहीं दे सकते। वह दोस्ती के लिए कभी भी राष्ट्र का बलिदान नहीं देंगे। प्रधानमंत्री ने यह साबित कर दिया है।