क्या कांग्रेस-इंडी गठबंधन में सनातन धर्म का विरोध करना फैशन बन गया है?

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क्या कांग्रेस-इंडी गठबंधन में सनातन धर्म का विरोध करना फैशन बन गया है?

सारांश

कांग्रेस और इंडी गठबंधन के नेता तरुण चुघ ने कांवड़ यात्रा के विवाद पर तीखी टिप्पणी की। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्ष के लिए सनातन धर्म का विरोध एक फैशन बन चुका है। क्या यही राजनीति का नया रंग है? जानें इस विवाद की पूरी कहानी।

Key Takeaways

  • तरुण चुघ का बयान राजनीतिक विवाद को दर्शाता है।
  • सनातन धर्म का अपमान नहीं होना चाहिए।
  • कांवड़ यात्रा करोड़ों भक्तों की आस्था से जुड़ी है।

नई दिल्ली, 4 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने कांवड़ यात्रा मार्ग पर ‘नेम प्लेट’ विवाद को लेकर विपक्षी दलों पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और इंडी गठबंधन में सनातन धर्म का विरोध करना एक फैशन बन गया है। उन्होंने विपक्ष को सनातन की आस्था का अपमान न करने की नसीहत दी।

समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में तरुण चुघ ने कहा कि विपक्ष का दोहरा चरित्र सामने आ रहा है। उन्हें पवित्र कांवड़ यात्रा पर राजनीति बंद करनी चाहिए, क्योंकि यह करोड़ों शिव भक्तों की आस्था से जुड़ा है।

उन्होंने कांवड़ यात्रा को सनातन धर्म की पवित्र और कठिन धार्मिक यात्रा बताया, जो श्रावण मास में करोड़ों शिव भक्तों द्वारा की जाती है। चुघ ने विपक्ष पर वोट बैंक की राजनीति के लिए कांवड़ यात्रा और सनातन धर्म का विरोध करने का आरोप लगाया।

उन्होंने कहा, "कांग्रेस और इंडी गठबंधन में सनातन धर्म का विरोध करना फैशन बन गया है। कांवड़ियों के खिलाफ अपशब्द और उनकी आस्था का अपमान बंद होना चाहिए।"

उन्होंने विपक्ष से अपील की कि वे धार्मिक भावनाओं का सम्मान करें और कांवड़ यात्रा जैसे पवित्र अवसरों पर राजनीति से बाज आएं

भाजपा नेता तरुण चुघ ने विपक्ष के इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) पर सवाल उठाने को लेकर भी हमला बोला। उन्होंने कहा, "जब तेलंगाना, हिमाचल और कर्नाटक में विपक्ष चुनाव जीतता है, तब ईवीएम ठीक है, लेकिन महाराष्ट्र और हरियाणा में हारने पर ईवीएम को दोषी ठहराया जाता है। ईवीएम में खराबी आ जाती है। यह दोहरा मापदंड और दोहरा चरित्र देश अब जान चुका है।"

उन्होंने आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के 'भाजपा और कांग्रेस का रिश्ता प्रेमी-प्रेमिका जैसा' वाले बयान का जवाब दिया। उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने कभी कांग्रेस और शीला दीक्षित के खिलाफ भ्रष्टाचार के सबूत होने का दावा किया था। केजरीवाल ने कहा था, 'मेरे पास कांग्रेस और शीला दीक्षित के खिलाफ दो बोरी सबूत हैं।' आज तक उस बोरी का मुंह नहीं खुला, लेकिन बाद में उसी कांग्रेस के साथ मिलकर दिल्ली में सरकार बनाई। किसने अभी लोकसभा चुनाव कांग्रेस के साथ मिलकर लड़ा है। जनता ने उस 'आप' को और उस गठबंधन को करारा जवाब दिया। केजरीवाल की नैतिकता और ईमानदारी का ढोंग—यह सब कुछ दिखा है। यह उनका दोहरा चेहरा है जो अब जनता जान चुकी है।

Point of View

यह स्पष्ट है कि राजनीति में धार्मिक आस्था का अपमान नहीं होना चाहिए। तरुण चुघ का यह बयान एक महत्वपूर्ण मुद्दा है, जो हमें सोचने पर मजबूर करता है कि क्या हम धार्मिक भावनाओं का सम्मान कर रहे हैं।
NationPress
21/07/2025

Frequently Asked Questions

तरुण चुघ ने किस विवाद पर बयान दिया?
तरुण चुघ ने कांवड़ यात्रा मार्ग पर ‘नेम प्लेट’ विवाद पर बयान दिया।
विपक्ष पर चुघ ने क्या आरोप लगाया?
चुघ ने विपक्ष पर सनातन धर्म का विरोध करने का आरोप लगाया और इसे फैशन करार दिया।
कांवड़ यात्रा का महत्व क्या है?
कांवड़ यात्रा सनातन धर्म की पवित्र और कठिन धार्मिक यात्रा है, जो करोड़ों शिव भक्तों द्वारा की जाती है।