क्या एनकाउंटर के नाम पर जनता को डराया जा रहा है? : अखिलेश यादव

सारांश
Key Takeaways
- अखिलेश यादव का आरोप है कि सरकार एनकाउंटर के जरिए डर पैदा कर रही है।
- कानून-व्यवस्था में सुधार की कोई ठोस पहल नहीं की जा रही है।
- गोमती नदी की सफाई का मुद्दा सिर्फ कागजों पर है।
- किसानों के हक में कोई ईमानदार प्रयास नहीं हो रहे हैं।
- आजम खान की सुरक्षा को लेकर चर्चा की गई।
लखनऊ, १५ अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता अखिलेश यादव ने बुधवार को योगी आदित्यनाथ सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि यह सरकार सिर्फ एनकाउंटर की राजनीति कर रही है, जिससे जनता में भय फैलाया जा सके, जबकि राज्य की कानून-व्यवस्था को सुधारने की कोई इच्छा नहीं है।
अखिलेश यादव ने कहा, "सरकार एनकाउंटर करके लोगों को भयभीत करना चाहती है। वे यह दिखाना चाहते हैं कि कानून व्यवस्था में सुधार हुआ है, जबकि सच्चाई यह है कि कई निर्दोषों को इसका शिकार होना पड़ा है। कुछ मामलों में तो पुलिसकर्मी भी जेल जा चुके हैं, जैसे कि जौनपुर में ८-१० पुलिसकर्मी जेल में हैं।"
उन्होंने आगे कहा कि जब समाजवादी पार्टी की सरकार बनेगी, तो गोरखपुर और लखनऊ के गोमती रिवर फ्रंट पर स्वर्गीय कवि केदारनाथ सिंह की प्रतिमा स्थापित की जाएगी। "गोमती रिवर फ्रंट लखनऊ की शान है, हम वहां केदारनाथ सिंह जी को सम्मानित करेंगे।"
योगी सरकार पर झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि सरकार सफेद टेबल पर बैठकर काले झूठ बोलती है। गोमती नदी की सफाई की योजना केवल कागजों में है और सीवर का पानी गिरने का कोई स्थायी समाधान नहीं किया गया है। योगी सरकार 'गोमती रिवाइवल मिशन' का ढोंग कर रही है।
अखिलेश ने कहा, "जब समाजवादी सरकार थी, तब हमने गोमती और वरुणा नदी की सफाई का मॉडल बनाया था। वही मॉडल भविष्य में नदियों को स्वच्छ बनाएगा। लेकिन वर्तमान सरकार सिर्फ बजट को साफ कर रही है। यह सरकार केवल योजनाओं के नाम पर धन लूटने का काम कर रही है।"
उन्होंने किसानों के प्रति मौजूदा सरकार की ईमानदारी पर भी सवाल उठाया और कहा कि अगर प्लेटफॉर्म बनाने का कार्य अब हो रहा है तो नौ साल पहले क्यों नहीं किया गया?
अखिलेश ने कहा, "अब तो गरीब सोने की नथुनी भी नहीं खरीद सकता। स्वदेशी का नारा केवल जनता को भ्रमित करने के लिए है। यदि सरकार सच में स्वदेशी के पक्ष में है तो विदेशी वस्तुओं पर टैरिफ क्यों नहीं बढ़ाती?"
अखिलेश यादव ने कहा कि यदि एनकाउंटर से कानून व्यवस्था में सुधार होता तो अखिलेश दुबे जैसे लोगों का भी एनकाउंटर हो चुका होता। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि वाल्मीकि समाज के बेटे की हत्या भेदभाव के कारण हुई, लेकिन सरकार दोषियों को सजा नहीं दिला रही है। अगर सपा सरकार बनेगी तो फिर से किसानों, मंडियों और इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास का काम तेजी से शुरू किया जाएगा।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जब उनसे आजम खान की सुरक्षा के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा, "आजम खान को सुरक्षा मिलनी चाहिए।"