क्या मल्लिकार्जुन खड़गे ने विपक्षी सांसदों के साथ डिनर आयोजित कर सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए?

सारांश
Key Takeaways
- डिनर का आयोजन विपक्ष की एकता को दर्शाता है।
- खड़गे ने चुनाव आयोग पर सवाल उठाए।
- राहुल गांधी ने मतदाता धोखाधड़ी के सबूत पेश किए।
नई दिल्ली, ११ अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। राज्यसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इंडिया गठबंधन के नेताओं के लिए एक डिनर का आयोजन किया। इससे पहले, गठबंधन के नेताओं ने संसद से चुनाव आयोग तक पैदल मार्च कर विरोध प्रदर्शन किया। विपक्षी सांसदों ने चुनाव आयोग और सरकार पर गंभीर आरोप लगाए।
खड़गे ने कहा, "जो लोग कांग्रेस पर विश्वास नहीं करते थे, वे भी अब देशभर में हो रहे इस मतदाता धोखाधड़ी पर चर्चा कर रहे हैं।"
खड़गे ने आगे कहा, "हमने पहले ही अपनी बात रख दी थी। सभी जानते हैं कि हमें वहां जाने नहीं दिया गया क्योंकि बहुत लोग आ गए थे और उनके पास कोई जवाब नहीं था। हमने कहा कि एक बड़ा हॉल उपलब्ध कराएं, लेकिन उन्होंने किसी को नहीं बुलाया।"
कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा, "राहुल गांधी ने सबूत पेश किया है। उनकी प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद लोग सतर्क हो गए हैं।"
कांग्रेस सांसद जेबी माथेर ने कहा, "इंडिया गठबंधन की एकजुटता दिखी है और इसका मकसद लोकतंत्र की रक्षा करना है।"
कांग्रेस सांसद गुलाम अहमद मीर ने कहा, "चुनाव आयोग को अपराधबोध हो रहा है।"
समाजवादी पार्टी के सांसद मोहिब्बुल्लाह नदवी ने कहा, "हमारी पार्टी की ओर से १८,००० शिकायतें दर्ज कराई गई हैं, लेकिन एक का भी जवाब नहीं आया।"
समाजवादी पार्टी के सांसद अवधेश प्रसाद ने कहा, "सरकार और चुनाव आयोग मिलकर लोकतंत्र खत्म करने का काम कर रहे हैं।"
राजद सांसद मीसा भारती ने कहा, "प्रदर्शन के दौरान बदसलूकी हुई और तीन महिला सांसद बेहोश हो गईं।"