क्या लालू यादव अंबेडकर का अपमान कर सकते हैं? अगली बार फिर नीतीश सरकार : गोपाल मंडल

सारांश
Key Takeaways
- लालू यादव का अंबेडकर के प्रति सम्मान है।
- गोपाल मंडल ने बिहार की राजनीति पर टिप्पणी की।
- नीतीश कुमार का विकास कार्य प्रशंसा का पात्र है।
नई दिल्ली, 17 जून (राष्ट्र प्रेस)। जनता दल यूनाइटेड के विधायक गोपाल मंडल का मानना है कि डॉ. भीमराव अंबेडकर के अपमान के विवाद में लालू प्रसाद यादव को बेवजह शामिल किया जा रहा है। उनका अपमान करना उनके लिए संभव नहीं है।
लालू यादव के जन्मदिन पर बाबा साहेब अंबेडकर की तस्वीर के विवाद के संदर्भ में समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत करते हुए गोपाल मंडल ने कहा कि लालू यादव अंबेडकर का अपमान नहीं कर सकते। उन्होंने पिछड़ों को जागरूक किया, उन्हें आवाज दी, और भूरा बाल समाप्त करने का प्रयास किया। महादलित और हरिजनों के बीच वह अपना बाल कटवाते थे। वह अंबेडकर का अपमान नहीं कर सकते। उनकी याददाश्त थोड़ी कमजोर हो गई है। जब उपहार दिया जा रहा था तब वह पैर पर पैर रखकर बैठे थे। हमलोग भी ऐसे बैठते हैं, नहीं तो पैर फूल जाएगा। अब वे बूढ़े हो गए हैं, लेकिन राजनीति का मोह नहीं छूट रहा है।
उन्होंने कहा कि लालू और राबड़ी को बिहार की जनता ने मौका दिया था। उनके शासन काल में यादवों का अत्याचार पिछड़ों और अतिपिछड़ों पर बढ़ गया था। इस वजह से वह सत्ता से बाहर हो गए। अब यादव जाति को लोग सत्ता नहीं सौंपना चाहते हैं। सभी जातियों के लोग इनसे दूर भाग रहे हैं। उन्होंने मुसलमानों को अपने साथ रखा, लेकिन कोई सुविधा नहीं दी। अब मुसलमान भी छिटक रहे हैं। लालू यादव को अपने बेटे तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाने का सपना छोड़ देना चाहिए। उन्हें अब मौका नहीं मिलेगा।
गोपाल मंडल ने कहा कि बिहार को सजाने और संवारने का काम नीतीश कुमार ने किया है। उन्होंने पिछड़ों और मुसलमानों को आरक्षण दिया और उनके विकास के लिए कई योजनाएं चलाई। पिछड़े-अति पिछड़े लोग उन्हें अपना नेता मान चुके हैं। नीतीश कुमार जब तक हैं, वही मुख्यमंत्री बनेंगे।