क्या ममता बनर्जी बंगालियों के उत्पीड़न पर झूठी कहानी गढ़ रही हैं?

सारांश
Key Takeaways
- मिथुन चक्रवर्ती ने ममता बनर्जी पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
- तृणमूल कांग्रेस ने झूठी कहानी का आरोप लगाया है।
- बंगाली भाषी लोगों के उत्पीड़न का मुद्दा राजनीतिक विवाद का हिस्सा है।
कोलकाता, 24 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। अभिनेता और भाजपा के नेता मिथुन चक्रवर्ती ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर यह आरोप लगाया है कि वह भाजपा शासित राज्यों में बंगाली भाषी लोगों के कथित उत्पीड़न की झूठी कहानी गढ़ रही हैं।
अभिनेता कोलकाता में पार्टी के कार्यक्रमों में शामिल हुए, जहाँ उन्होंने कहा, “देश में कहीं भी बंगाली भाषी लोगों का अनावश्यक उत्पीड़न नहीं हुआ है। तृणमूल कांग्रेस के पास चुनाव से पहले मुद्दों की कमी है, इसलिए मुख्यमंत्री इस मुद्दे पर झूठी कहानी बनाकर लोगों को भड़काने की कोशिश कर रही हैं।”
मिथुन ने तृणमूल कांग्रेस के उस दावे को भी खारिज किया कि भारतीय चुनाव आयोग (ईसीआई), भाजपा और केंद्र सरकार के इशारे पर बंगाल के मतदाताओं के नाम वोटर लिस्ट से चुनिंदा तरीके से हटा रहा है।
उन्होंने आगे कहा, “किसी भी बंगाली मतदाता का नाम वोटर लिस्ट से नहीं हटाया जा रहा। केवल उन लोगों के नाम हटाए जा रहे हैं जो अवैध रूप से घुसपैठ करके वोटर लिस्ट में शामिल हुए हैं।”
उन्होंने यह भी दावा किया कि पश्चिम बंगाल में ही सबसे ज्यादा अवैध घुसपैठिए वोटर लिस्ट में नाम दर्ज कराने में सफल हो रहे हैं।
मिथुन ने कहा, “तृणमूल कांग्रेस को पता है कि इन घुसपैठियों के नाम हटने के बाद वे साल 2026 के विधानसभा चुनाव में 294 में से 70 सीटें भी नहीं जीत पाएंगे। इसलिए वे घबराए हुए हैं और ईसीआई की विशेष मतदाता सूची संशोधन का विरोध कर रहे हैं।”
उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे चुनाव आयोग की मदद करें और उन अवैध घुसपैठियों की पहचान करें जिनके नाम वोटर लिस्ट में शामिल हैं। तृणमूल कांग्रेस शुरू से ही इस विशेष संशोधन का विरोध कर रही है।