क्या ममता बनर्जी घुसपैठियों का साथ देकर बंगाल के लोगों के साथ अन्याय कर रही हैं? : अरुण साव
सारांश
Key Takeaways
- ममता बनर्जी पर घुसपैठियों का समर्थन करने का आरोप।
- अरुण साव ने कांग्रेस पर भी आरोप लगाए।
- 2030 कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी पर खुशी।
- राजनीतिक दलों के बीच मतदाता सूची पर विवाद।
- समाज के सभी वर्गों के हितों की रक्षा का महत्व।
रायपुर, 27 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। देश के अनेक राज्यों में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) का विपक्षी दल विरोध कर रहे हैं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस विषय पर लगातार केंद्र सरकार और भाजपा पर हमलावर हैं। इस बीच, छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने ममता बनर्जी पर तीखा पलटवार करते हुए कहा कि वह वोट बैंक की राजनीति के लिए घुसपैठियों के साथ खड़ी हैं।
अरुण साव ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में आरोप लगाया कि ममता बनर्जी ने घुसपैठियों का समर्थन करके न केवल पश्चिम बंगाल के नागरिकों के साथ अन्याय किया, बल्कि देश के साथ भी धोखा किया है। अब जब एसआईआर का मुद्दा उठ रहा है, तो उन्हें दर्द महसूस हो रहा है। उन्होंने कहा, "बेशक एसआईआर से देश और पश्चिम बंगाल को लाभ होगा।"
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि ममता बनर्जी हमेशा ऐसे व्यक्तियों का समर्थन करती रही हैं, जो देश के नागरिक नहीं हैं, और यह पूरी तरह गलत है। उन्होंने कहा कि अब बंगाल की मुख्यमंत्री अपने इसी रवैये का परिणाम भुगत रही हैं। वह डरी हुई हैं।
अरुण साव ने कांग्रेस पर भी हमला किया। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के लोगों ने कांग्रेस के आंतरिक झगड़ों को पांच साल तक झेला है और अब कर्नाटक के लोग भी कांग्रेस नेताओं के अंदरूनी विवादों से परेशान हैं। उन्होंने कहा कि जनता उन्हें कभी माफ नहीं करेगी, क्योंकि नागरिक उनके झगड़ों का नतीजा भुगत रहे हैं।
2030 में होने वाले कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी भारत को मिलने पर अरुण साव ने खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा कि अहमदाबाद में इन खेलों का आयोजन होना देश के लिए गर्व की बात है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की खेलों के प्रति प्रतिबद्धता का उल्लेख करते हुए कहा, “प्रधानमंत्री ने ‘खेलो इंडिया’ के माध्यम से खिलाड़ियों के विकास और तरक्की के लिए निरंतर प्रयास किए हैं। अब उन्हीं प्रयासों का परिणाम है कि भारत को कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी का बड़ा अवसर मिला है।”