क्या मतदाता सूची में सुधार किए बिना चुनाव कराना लोकतंत्र का मजाक होगा?: संजय राउत

सारांश
Key Takeaways
- मतदाता सूची में सुधार आवश्यक है।
- चुनाव प्रक्रिया की पारदर्शिता पर जोर दिया गया।
- संजय राउत ने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर चिंता जताई।
मुंबई, 17 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र में स्थानीय निकाय चुनावों की गतिविधियाँ तेजी से बढ़ रही हैं। मुंबई महानगरपालिका, जिला परिषद, नगर पालिका और अन्य नगरपालिकाओं के लिए चुनाव तिथियों की घोषणा जल्द ही होने की संभावना है। इस बीच, चुनावी प्रक्रिया की पारदर्शिता और निष्पक्षता को लेकर विपक्षी दलों ने गहरी चिंता व्यक्त की है। शिवसेना (यूबीटी) के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने शुक्रवार को कहा कि स्थानीय निकाय चुनावों को गंभीरता से लेने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि मतदाता सूची में जो भी त्रुटियाँ हैं, उन्हें सुधारना चाहिए। मतदाता सूचियाँ अवश्य ही सटीक होनी चाहिए। यदि चुनावी प्रणाली में गड़बड़ी होगी, तो ऐसे चुनाव का कोई महत्व नहीं रह जाएगा। सुप्रीम कोर्ट ने 31 जनवरी तक चुनाव प्रक्रिया पूरी करने का आदेश दिया है। मतदाता सूची से फर्जी नामों को हटाया जाना चाहिए और जिनके नाम छूट गए हैं, उन्हें जोड़ा जाना चाहिए। महाराष्ट्र के वरिष्ठ अधिकारी निर्णय लेने में असमर्थ हैं, यह एक दुःखद स्थिति है।
संजय राउत ने आगे कहा कि महाराष्ट्र की मतदाता सूची में अनियमितताओं को लेकर सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य चुनाव अधिकारी से भेंट की। स्थानीय निकाय चुनावों में विशेष रूप से मुंबई नगर निगम और ठाणे में गड़बड़ी की सूचनाएँ आ रही हैं। गलत नाम जोड़ना-हटाना और कई अन्य समस्याएँ सामने आ रही हैं। बड़ी संख्या में नाम गायब हैं, और इसके लिए जिम्मेदारी स्पष्ट नहीं है। जब तक इस सूची में कोई सुधार नहीं किया जाता, चुनाव कराना लोकतंत्र का मजाक उड़ाने जैसा होगा।
संजय राउत ने गुजरात सरकार के मंत्रियों के इस्तीफे का उदाहरण देते हुए महाराष्ट्र में भी ऐसा कदम उठाने की मांग की। उन्होंने कहा, “देवेंद्र फडणवीस को छोड़कर बाकी सभी नेताओं से इस्तीफा लिया जाना चाहिए। आधे से ज्यादा मंत्री भ्रष्ट हैं। बड़ी संख्या में भ्रष्ट मंत्रियों के बैग दिल्ली पहुंचाए जा रहे हैं।”
किसानों की स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार की नीतियों से किसानों के हाथ में कुछ नहीं आ रहा है। डबल इंजन सरकार किसानों के हितों की रक्षा करने में असफल साबित हुई है।
उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे के बीच बढ़ती नज़दीकियों पर उन्होंने कहा, “दोनों नेता कई महीनों से एक साथ कार्य कर रहे हैं। भविष्य में इस संबंध में जो भी कदम उठाए जाएंगे, वे उचित समय पर स्पष्ट करेंगे।”
बिहार में सीएम देवेंद्र फडणवीस के स्टार प्रचारक की भूमिका पर तंज कसते हुए संजय राउत ने कहा, “वह स्टार नहीं, सुपरस्टार प्रचारक हैं। महाराष्ट्र का व्यक्ति बिहार में प्रचार करने क्यों जाए? बीजेपी में तो जन्म से ही स्टार पैदा होते हैं।”