क्या मेधा कुलकर्णी का दावा सही है, बिहार के बाद अब पश्चिम बंगाल में कमल खिलेगा?
सारांश
Key Takeaways
- मेधा कुलकर्णी का दावा बंगाल में भाजपा की सरकार बनने का है।
- बिहार की तरह पश्चिम बंगाल में भी बदलाव की संभावनाएँ जताई गई हैं।
- टीएमसी के विधायक हुमायूं कबीर के बयान पर विवाद उठता है।
- पीएम मोदी और गीता का जिक्र महत्वपूर्ण है।
- राजनीतिक वातावरण में बदलाव के संकेत मिल रहे हैं।
पुणे, 7 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय जनता पार्टी की नेता और राज्यसभा सदस्य मेधा कुलकर्णी ने रविवार को बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की शानदार जीत का उल्लेख करते हुए एक बड़ा दावा किया। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में भाजपा की सरकार स्थापित होगी। सीएम ममता बनर्जी का सिंहासन हिल रहा है।
उन्होंने पुणे में राष्ट्र प्रेस से बातचीत करते हुए कहा कि जनता ने सीएम ममता बनर्जी के शासन को देखा है, जहां केवल एक समुदाय को खुश करने के लिए हिंदुओं का अपमान किया गया। अब हिन्दू जाग चुके हैं और हर अपमान का प्रतिशोध लेंगे। जिस प्रकार बिहार में मतदाताओं ने एनडीए के पक्ष में भारी बहुमत से वोट किया, उसी प्रकार की स्थिति पश्चिम बंगाल में भी बनेगी। इसमें किसी को कोई संदेह नहीं होना चाहिए।
टीएमसी से निलंबित विधायक हुमायूं कबीर द्वारा बाबरी मस्जिद की नींव रखने पर उन्होंने कहा कि हुमायूं कबीर ने एक बहुत ही घिनौना कृत्य किया है। बाबर, जिसने भारतीयों के धार्मिक स्थलों पर हमला किया और मूर्तियों को तोड़ा—क्या वे ऐसे बाबर को बंगाल में वापस लाना चाहते हैं?
उन्होंने कहा कि ऐसी बाबरी मस्जिद को कारसेवकों ने 6 दिसंबर को तोड़ा था, लेकिन टीएमसी ऐसे शासक को बंगाल में लाना चाहती है जिसने हिंदुओं के मंदिरों को तोड़ा।
उन्होंने विधानसभा चुनाव का जिक्र करते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल में बदलाव दूर नहीं है। बिहार में एनडीए की बंपर जीत हुई। अब बंगाल में ममता का सिंहासन हिल रहा है। बंगाल में भाजपा की सरकार आएगी।
पीएम मोदी द्वारा पुतिन को गीता भेंट देने पर मुस्लिम नेताओं के बयान पर भाजपा नेता ने कहा कि हम भारतीय जिस सनातन हिंदू धर्म को मानते हैं, श्रीमद्भगवद्गीता एक अद्भुत ग्रंथ है, जो न सिर्फ हिंदुओं को बल्कि पूरी मानवता को रास्ता दिखाता है। जब भी हमारी मन की स्थिति अर्जुन जैसी हो जाती है, भगवान श्रीकृष्ण अलग-अलग तरीकों से हमारे मन को स्थिर रखने के लिए हमारा मार्गदर्शन करते हैं। श्रीमद्भगवद्गीता हमारे लिए मार्गदर्शक है। पीएम मोदी जहां भी जाते हैं, वह श्रीमद्भगवद्गीता देते हैं। यह हमारे लिए गर्व की बात है। रूसी भाषा में अनुवादित श्रीमद्भगवद्गीता की प्रति पुतिन को दी गई है।