क्या प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्ष को मुद्दाविहीन कर दिया है?: बिहार के मंत्री रामकृपाल यादव
सारांश
Key Takeaways
- विपक्ष को सदन में मुद्दे उठाने चाहिए।
- हंगामा करना लोकतंत्र के लिए उचित नहीं है।
- प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्ष को मुद्दाविहीन किया है।
- हुमायूं कबीर की टिप्पणी पर आपत्ति।
- अशांति फैलाने वालों पर कार्रवाई की आवश्यकता।
पटना, 2 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार सरकार के मंत्री रामकृपाल यादव ने संसद के शीतकालीन सत्र में एसआईआर के मुद्दे पर हंगामे को लेकर कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों को जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि विपक्ष को सदन में अपनी बात रखने का अवसर मिलना चाहिए। हंगामा करना यहाँ उचित नहीं है।
उन्होंने आगे कहा कि सदन की कार्यवाही अब शुरू हो चुकी है। स्पीकर, विपक्ष और सत्तापक्ष के सदस्य मिलकर यह तय करते हैं कि किन मुद्दों पर चर्चा होगी और किस क्रम में, जिससे सदन का कार्य सुचारू रूप से चले। यदि स्पीकर की सहमति से एजेंडा तय हो चुका है, तो बीच में एसआईआर का मुद्दा उठाकर सदन में हंगामा करना, समय की बर्बादी है।
रामकृपाल यादव ने कहा, "विपक्ष के पास सरकार से सवाल पूछने के लिए कोई मुद्दा नहीं है। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने कार्यों के माध्यम से विपक्ष को मुद्दाविहीन कर दिया है। इसी कारण विपक्ष के दल किसी भी चीज को मुद्दा बनाकर सदन में हंगामा कर रहे हैं, जो देश और जनता के लिए हानिकारक है।"
उन्होंने और कहा कि विपक्ष को सदन में अपनी बात रखनी चाहिए और यहाँ हंगामा करना उचित नहीं है। जनता विपक्ष की गतिविधियों को देख रही है, इसलिए वे इस स्थिति में पहुँच गए हैं। अगले चुनावों में विपक्ष की स्थिति और भी खराब होगी।
इसी बीच, तृणमूल कांग्रेस के विधायक हुमायूं कबीर की 'बाबरी मस्जिद' पर टिप्पणी पर रामकृपाल यादव ने कड़ी आपत्ति जताई। उन्होंने आरोप लगाया कि हुमायूं कबीर जैसे लोग राज्य और देश में अशांति फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने मांग की कि हुमायूं कबीर को तुरंत गिरफ्तार किया जाए ताकि अशांति न फैले।
मंत्री रामकृपाल यादव ने यह भी कहा कि ऐसे लोग बंगाल और देश दोनों के लिए नुकसानदायक हैं और गंभीर खतरा पैदा कर रहे हैं।