क्या नितिन नबीन से हुई मुलाकात वास्तव में सार्थक थी? बीवाई विजयेंद्र
सारांश
Key Takeaways
- नितिन नबीन से मुलाकात ने कर्नाटक भाजपा के भविष्य के लिए उम्मीद जगाई।
- पार्टी को मजबूत बनाने के लिए ठोस योजनाएं तैयार की गई हैं।
- भाजपा किसी भी प्रकार का समझौता स्वीकार नहीं कर सकती है।
- गृह लक्ष्मी योजना पर सचाई का खुलासा जरूरी है।
बेंगलुरु, 18 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। कर्नाटक भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र ने बताया कि बुधवार को उन्होंने पार्टी के नवनिर्वाचित राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नितिन नबीन से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि इस मुलाकात के दौरान उनसे कई मुद्दों पर विस्तारपूर्वक चर्चा हुई, जिसमें प्रमुख रूप से यह था कि कर्नाटक में भाजपा को कैसे मजबूत करना है ताकि आगामी दिनों में हमारी पार्टी का प्रदर्शन बेहतर हो सके।
समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से खास बातचीत में गुरुवार को उन्होंने कहा कि मेरी कार्यकारी अध्यक्ष नितिन नबीन से मुलाकात काफी सार्थक रही। उन्होंने हमें विश्वास दिलाया कि आगामी दिनों में कर्नाटक में हमारी पार्टी मजबूत होगी और चुनाव में हम बेहतर प्रदर्शन करेंगे। बहुत जल्द ही इस संबंध में रूपरेखा निर्धारित की जा चुकी है, जिसके आधार पर आगे चलकर काम किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि केंद्रीय स्तर से लेकर राज्य स्तर तक पार्टी को मजबूती दिलाने की दिशा में काम किया जाएगा। इसे लेकर हम किसी भी प्रकार का समझौता स्वीकार नहीं कर सकते हैं, क्योंकि हम इस बात को जानते हैं कि अगर पार्टी के संबंध में किसी भी प्रकार का समझौता किया गया, तो इसके आगे चलकर नकारात्मक नतीजे देखने को मिल सकते हैं। लेकिन, हम ऐसा नहीं चाहते हैं। हम चाहते हैं कि हमारी पार्टी अनवरत हर राज्य में मजबूत हो सके।
भाजपा नेता ने कहा कि नितिन नबीन से मेरी पहली मुलाकात काफी सार्थक और फलवंत रही। मुझे पूरा विश्वास है कि आगामी दिनों में हमें इसका फायदा जमीनी स्तर पर देखने को मिलेगा। यह हमारे लिए शुभ संकेत है, जिसका हम दिल खोलकर स्वागत करते हैं। हमें पूरी उम्मीद है कि नितिन नबीन के नेतृत्व में पार्टी बेहतर प्रदर्शन करेगी, क्योंकि उनके पास पार्टी को लेकर एक बड़ा विजन है, जिसे वो जल्द ही धरातल पर उतारने की मंशा रखते हैं।
वहीं, उन्होंने ‘गृह लक्ष्मी योजना’ पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि आखिर कोई मंत्री इसे लेकर कोई झूठ कैसे बोल सकता है, वो भी विधानसभा के पटल पर। एक जिम्मेदार मंत्री होने के नाते इस पर पूरी स्पष्टीकरण देना चाहिए, ताकि पूरी वस्तुस्थिति स्पष्ट हो सके। इस तरह के झूठे बयान देकर विधानसभा के अन्य सदस्यों को गुमराह करने की कोशिश की गई है, जिसे हम किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं कर सकते हैं। जिस तरह से विधानसभा के सदस्यों को गुमराह करने की कोशिश की गई है, उसे लेकर माफी मांगनी चाहिए।