क्या लड़कियों की शिक्षा और सुरक्षा में नीतीश कुमार ने ऐतिहासिक काम किया?
सारांश
Key Takeaways
- लड़कियों की शिक्षा के लिए विशेष योजनाएँ लागू की गईं।
- महिलाओं की सुरक्षा में सुधार के लिए ठोस कदम उठाए गए।
- बिहार में महिला सशक्तीकरण के लिए कई पहल की गईं।
- पंचायतों में महिलाओं को रिजर्वेशन दिया गया।
- सरकारी नौकरियों में महिलाओं को अवसर दिया गया।
नई दिल्ली, १२ दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। जेडीयू सांसद संजय कुमार झा ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कार्यों पर एक महत्वपूर्ण टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार का शासन महिलाओं के लिए सर्वश्रेष्ठ है और यह भी बताया कि प्रशासनिक सुधारों ने बिहार की छवि को पूरी तरह से बदल दिया है।
झा ने यह भी कहा कि नीतीश कुमार का पिछले २० साल का अनुभव इस बात का प्रमाण है कि उन्होंने विशेष रूप से लड़कियों की शिक्षा, महिलाओं की सुरक्षा और महिला सशक्तीकरण के लिए ऐतिहासिक कदम उठाए हैं। उनका मानना है कि जेडीयू की लगातार चुनावी जीत का प्रमुख कारण यह है कि महिलाएं नीतीश कुमार के कार्यों को समझती हैं और उन पर विश्वास करती हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि बिहार में इन्फ्रास्ट्रक्चर, शिक्षा और प्रशासनिक सुधारों पर भी काफी काम हुआ है, लेकिन महिलाओं की स्थिति में जो परिवर्तन आया है, वह सबसे बड़ा है। जो कार्य हजार वर्षों में नहीं हुआ, वह नीतीश कुमार ने बीस वर्षों में किया है। स्कूल की लड़कियों को साइकिल और ड्रेस देने की योजना ने शिक्षा में अनूठा बदलाव लाया है। आज देश में पुलिस में सबसे अधिक महिलाएं बिहार से हैं, जिसका श्रेय भी नीतीश कुमार के निर्णयों को जाता है।
झा ने पंचायतों में महिलाओं को रिजर्वेशन, सरकारी नौकरियों में अवसर देने और कानून-व्यवस्था को मजबूत करने जैसे मुद्दों पर भी चर्चा की। उन्होंने दावा किया कि नीतीश कुमार के कार्यों से सीधे तौर पर महिलाओं को लाभ मिला है।
संजय झा ने विपक्ष द्वारा उठाए गए सवालों का भी जवाब दिया। उन्होंने कहा कि विपक्ष बौखलाहट में अमर्यादित भाषा का प्रयोग कर रहा है, जबकि बिहार में हाल ही में हुए मतदाता सूची के अभियान की प्रक्रिया अत्यंत पारदर्शी थी।
उन्होंने यह भी पूछा कि क्या किसी बीएलओ के खिलाफ कोई शिकायत आई है? क्या किसी को लगा कि उसका वोट काट दिया गया? झा ने बताया कि बिहार में यह प्रक्रिया पूरी तरह से साफ-सुथरी रही है, जबकि पश्चिम बंगाल में जानबूझकर इसे विवादित बनाया जा रहा है।
झा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान का भी उल्लेख किया, जिसमें उन्होंने कहा था, 'गंगा बिहार से निकलकर बंगाल जाती है,' और कहा कि इसका मतलब यह है कि जो पारदर्शिता और स्वच्छता का काम बिहार में हुआ है, वह अब बंगाल में भी होना चाहिए।