क्या पीएम मोदी और सीएम नीतीश की जोड़ी बिहार के युवाओं को दिशा दे सकती है?: दिलीप जायसवाल

सारांश
Key Takeaways
- दिलीप जायसवाल ने तेजस्वी यादव पर गंभीर सवाल उठाए।
- पीएम मोदी और CM नीतीश को युवाओं की दिशा देने वाला बताया।
- खड़गे के बयान को राजनीति का गिरता स्तर कहा।
पटना, 26 जून (राष्ट्र प्रेस)। बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव पर गुरुवार को तंज कसते हुए कहा कि उन्हें पहले यह बताना चाहिए कि कांग्रेस और राजद के कार्यकाल में बिहार में कितने विश्वविद्यालय खोले गए। तेजस्वी यादव को बिहार की जनता को यह बताना आवश्यक है कि उनके पिता के कार्यकाल में सरकार गरीबों और वंचितों के उत्थान के प्रति क्या सोच रखती थी।
भाजपा नेता ने कहा कि चुनाव नजदीक हैं, इसलिए युवाओं को आकर्षित करने के लिए वादे किए जा रहे हैं। मैं स्पष्ट रूप से कहना चाहता हूं कि बिहार में युवाओं को अगर कोई दिशा देने का कार्य कर सकता है तो वह पीएम मोदी और सीएम नीतीश कुमार हैं। कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा बिहार को “छोटा-मोटा राज्य” कहने पर दिलीप जायसवाल ने इसे राजनीति का गिरता हुआ स्तर बताया है।
पटना में मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि जनता देख रही है कि यह लोग अपनी भाषा पर नियंत्रण नहीं रख पा रहे हैं। ये लोग समाज सेवा के लिए राजनीति में नहीं आए हैं, बल्कि अपनी राजनीतिक दुकान चलाने के लिए आए हैं। इस दुकान के लिए गंदी भाषा का उपयोग करते हैं।
उन्होंने कहा कि जिस बिहार ने पूरी दुनिया को रास्ता दिखाया है, उस पर हमें गर्व है। ऐसे में खड़गे के बयान के लिए बिहार के लोग उन्हें कभी माफ नहीं करेंगे। उन्हें यह समझना चाहिए कि बिहार की धरती संतों, ज्ञान और जननायकों की धरती है।
दिलीप जायसवाल ने तेजस्वी यादव के एक सोशल मीडिया पोस्ट पर पलटवार किया, जिसमें तेजस्वी ने कहा था कि बिहार के युवा 20 वर्षों की इस एनडीए सरकार की मंशा भांप चुके हैं। युवा अब सत्ता के फैसले का इंतजार नहीं करेंगे, बल्कि अब वे स्वयं सत्ता का फैसला करेंगे। दिलीप जायसवाल ने कहा, ये लोग केवल गाल बजाने का कार्य करते हैं; चुनाव के समय इन्हें युवाओं की चिंता हो जाती है।