क्या पीएम मोदी ने सही कहा? आपातकाल लगाकर कांग्रेस ने लोकतंत्र को बंधक बना लिया था : शंकर घोष

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क्या पीएम मोदी ने सही कहा? आपातकाल लगाकर कांग्रेस ने लोकतंत्र को बंधक बना लिया था : शंकर घोष

सारांश

पश्चिम बंगाल भाजपा के नेता शंकर घोष ने पीएम मोदी के आपातकाल पर दिए गए बयान का समर्थन किया है, जिसमें उन्होंने कांग्रेस पर लोकतंत्र को बंधक बनाने का आरोप लगाया है। क्या यह सही है? जानिए इस विवाद के पीछे की सच्चाई।

Key Takeaways

  • आपातकाल ने भारतीय लोकतंत्र पर गहरा असर डाला।
  • कांग्रेस ने संविधान को ताक पर रखकर आपातकाल लगाया।
  • प्रधानमंत्री मोदी के बयान का समर्थन किया गया।
  • सागरिका घोष ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को क्लीन चिट दी।
  • तृणमूल कांग्रेस की नीति पर सवाल उठाए गए।

कोलकाता, 25 जून (राष्ट्र प्रेस)। आपातकाल के 50 साल पूरे होने पर पश्चिम बंगाल भाजपा के नेता शंकर घोष ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस बयान का समर्थन किया है जिसमें उन्होंने उस दौर को याद करते हुए कहा था कि तब ऐसा लग रहा था जैसे "उस समय सत्ता में बैठी कांग्रेस सरकार ने लोकतंत्र को बंधक बना लिया था"।

शंकर घोष ने बुधवार को समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से कहा कि पीएम मोदी ने आपातकाल को लेकर जो कुछ भी कहा है, मैं पूर्ण रूप से सहमत हूं। कांग्रेस के नेता इस दौर में अपनी जेब में संविधान की कॉपी लेकर संविधान बचाने की बात करते हैं। लेकिन, कांग्रेस के लोग यह नहीं बताते हैं कि आपातकाल के दौरान देश पर क्यों अत्याचार किया।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार ने संविधान को ताक पर रखकर आपातकाल लगाया। इनकी सरकार में लगाया गया आपातकाल दिखाता है कि इन्हें सत्ता की भूख किस हद तक थी। कांग्रेस सरकार ने आपातकाल के उस दौर में सरकार विरोधी सभी आवाजों को दबाया। कांग्रेस गणतंत्र की बात करती है, लेकिन संविधान को ताक पर रखकर आपातकाल लगाकर कांग्रेस की सरकार ने कौन से गणतंत्र की बात की थी। कांग्रेस के लोगों को यह बताना चाहिए।

आपातकाल के 50 साल पूरे होने पर तृणमूल कांग्रेस नेता सागरिका घोष के सोशल मीडिया पोस्ट पर शंकर घोष ने पलटवार करते हुए कहा, "मैं सिर्फ इतना कहना चाहता हूं कि आज पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस जिस तरह से सरकार चला रही है, ऐसा लगता है कि सागरिका घोष अपने बयान के जरिए बिल्कुल उसी तरह के शासन को सही ठहराने की कोशिश कर रही हैं। आरएसएस को लेकर इन लोगों को सिरदर्द होता है। संघ भारत को जोड़ने का काम कर रहा है, देश को आगे बढ़ा रहा है। जो लोग देश के अंदर रहकर देश को खोखला करना चाहते हैं वे तृणमूल कांग्रेस से जुड़े हुए हैं। सागरिका घोष के पोस्ट से ऐसा ही प्रतीत होता है।"

सागरिका घोष ने अपने पोस्ट में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को आपातकाल के लिए क्लीन चिट दी और इसके लिए संघ को दोषी ठहराया।

Point of View

हमें यह समझना चाहिए कि आपातकाल ने भारतीय लोकतंत्र पर गहरा असर डाला। इस दौर में कई सवाल खड़े हुए थे, और आज भी हमें यह देखना चाहिए कि किस प्रकार के शासन से हम दूर रहना चाहते हैं।
NationPress
25/06/2025

Frequently Asked Questions

आपातकाल का मुख्य कारण क्या था?
आपातकाल का मुख्य कारण राजनीतिक अस्थिरता और सरकार के खिलाफ बढ़ते विरोध को नियंत्रित करना था।
क्यों कांग्रेस पर आपातकाल लगाने का आरोप लगाते हैं?
क्योंकि कांग्रेस ने लोकतांत्रिक प्रक्रिया को नकारते हुए संविधान को ताक पर रखकर आपातकाल लगाया।
क्या आपातकाल के दौरान मानवाधिकारों का उल्लंघन हुआ था?
हाँ, आपातकाल के दौरान मानवाधिकारों का व्यापक उल्लंघन हुआ था, जिसमें कई विपक्षी नेताओं को जेल में डाल दिया गया।