क्या विधायक पूजा पाल का निष्कासन सपा के लिए घातक साबित होगा?

सारांश
Key Takeaways
- पूजा पाल का निष्कासन सपा की आंतरिक राजनीति पर सवाल उठाता है।
- सपा अध्यक्ष का यह निर्णय पार्टी के भविष्य को प्रभावित कर सकता है।
- डिप्टी सीएम ने इस कदम को सपा के लिए घातक बताया है।
- राजनीतिक बयानबाजी और विवादों के बीच सपा को अपनी स्थिति मजबूत करने की आवश्यकता है।
- यह घटना यूपी की राजनीतिक स्थिति को और जटिल बना सकती है।
लखनऊ, 14 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रशंसा करने पर विधायक पूजा पाल को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। इस कार्रवाई के बाद सियासी बयानबाजी भी तेज हो गई है। यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर पूजा पाल पर की गई कार्रवाई सपा के लिए घातक साबित होगी।
विधायक पूजा पाल के निष्कासन पर उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा, "पूजा पाल के खिलाफ सपा की यह कार्रवाई अत्यंत निंदनीय है। उनके पति की प्रयागराज में हत्या उन गुंडों ने की थी, जिन्हें सपा का संरक्षण प्राप्त था। सपा के समर्थन से ही वह (गुंडे) विधायक और सांसद बनते रहे हैं। पूजा पाल ने अपने दुख को सदन में प्रकट किया और कानून-व्यवस्था को लेकर सरकार की सराहना की। सपा को इस तरह के निर्णय लेते समय यह देखना चाहिए कि उनके पति की हत्या की गई है। स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर इस तरह का निर्णय लेना सपा के लिए घातक साबित होगा।"
विधायक पूजा पाल के सपा से निष्कासन पर कैबिनेट मंत्री नितिन अग्रवाल ने सवाल उठाए। उन्होंने कहा, "जब राज्यसभा का चुनाव हुआ था, तो उस दौरान पूजा पाल ने हमारे पक्ष में मतदान किया था। उस दौरान ही तय हो गया था कि सपा की विचारधारा नकारात्मक है। जो भी सकारात्मक दिशा की ओर बढ़ेगा, उसके साथ सपा खड़ी नहीं होगी।"
यूपी सरकार में मंत्री जयेन्द्र प्रताप सिंह राठौर ने कहा, "पूजा पाल ने सदन में अपनी पीड़ा को व्यक्त किया था। उन्होंने मुख्यमंत्री के प्रति अपना भाव व्यक्त किया। मुझे लगता है कि सपा को इस बात को सकारात्मक तरीके से लेना चाहिए था, लेकिन उनका निर्णय दुर्भाग्यपूर्ण है।"
बसपा नेता उमाशंकर सिंह ने पूजा पाल के खिलाफ कार्रवाई पर कहा, "यह सपा का व्यक्तिगत निर्णय है। मुझे लगता है कि पूजा पाल के साथ न्याय हुआ होगा, इसलिए उन्होंने सदन में अपनी बात रखी है।"
विधायक पूजा पाल को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रशंसा करने के कारण सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उन्हें तत्काल प्रभाव से पार्टी से निष्कासित किया है। यह कार्रवाई पूजा पाल द्वारा पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने और बार-बार चेतावनी देने के कारण की गई है।