क्या राजद महिलाओं के हितों के खिलाफ है? बिहार में बनेगी एनडीए सरकार: स्मृति ईरानी
सारांश
Key Takeaways
- महिलाओं के लिए रोजगार योजना लागू की गई है।
- राजद पर आरोप है कि वह महिलाओं के हितों के खिलाफ काम कर रहा है।
- एनडीए सरकार का विकास का वादा है।
- महिलाएं अब आत्मनिर्भरता की दिशा में बढ़ रही हैं।
- कांग्रेस और राजद के वादों पर सवाल उठाए गए हैं।
पटना, 4 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले, सत्तारूढ़ पार्टी और महागठबंधन के नेता एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं। इसी संदर्भ में, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की वरिष्ठ नेता स्मृति ईरानी ने महागठबंधन पर कड़ा प्रहार किया है। स्मृति ईरानी ने राजद पर महिलाओं के हितों के खिलाफ राजनीति करने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार की रोजगार योजना के तहत बिहार की 1.3 करोड़ महिलाओं को 10,000 रुपए की प्रारंभिक सहायता राशि दी गई है ताकि वे स्वरोजगार और आत्मनिर्भरता की दिशा में कदम बढ़ा सकें।
स्मृति ईरानी ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि अगर राजद को वास्तव में महिला सशक्तिकरण की चिंता है तो उसने इस योजना का विरोध क्यों किया? उन्होंने तो इस योजना को रोकने के लिए चुनाव आयोग को लिखित अनुरोध तक भेजा।
उन्होंने आगे कहा कि बिहार की महिलाएं जानती हैं कि यह 10,000 रुपए की राशि केवल शुरुआत है। आने वाले समय में यह राशि दो लाख रुपए तक बढ़ेगी। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि क्या राजद नेतृत्व को लगता है कि बिहार की महिलाएं इतनी असमर्थ हैं कि उन्हें मोदी की दो लाख रुपए की गारंटी और राजद के खोखले वादों में फर्क समझ में नहीं आता?
स्मृति ईरानी ने कहा कि बिहार की महिलाएं आज विकास के पथ पर अग्रसर हैं और एनडीए सरकार बनने के बाद समृद्ध और सशक्त बिहार का निर्माण सुनिश्चित होगा।
स्मृति ईरानी ने कांग्रेस और राजद पर हमला करते हुए कहा कि जब एक कांग्रेस नेता से पूछा गया कि तेजस्वी यादव अपने बड़े-बड़े चुनावी वादों को कैसे पूरा करेंगे तो उनके पास कोई जवाब नहीं था। उन्होंने कहा कि न राजद के पास योजना है और न कांग्रेस के पास दृष्टि। जनता अब उनके असली इरादों को पहचान चुकी है, इसलिए बिहार में एनडीए की सरकार बनना तय है।