क्या सरकार में ट्रंप को झूठा कहने की हिम्मत नहीं है? मल्लिकार्जुन खड़गे का हमला

सारांश
Key Takeaways
- कांग्रेस का प्रधानमंत्री मोदी पर हमला
- ट्रंप पर चुप्पी का सवाल
- राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की प्रतिक्रियाएँ
- भारत-अमेरिका संबंधों पर प्रभाव
- राजनीतिक संवाद की आवश्यकता
नई दिल्ली, 30 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जवाब में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नाम का उल्लेख न होने पर कांग्रेस पार्टी ने एक बार फिर हमला बोला है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री मोदी पर सीधा आरोप लगाते हुए कहा कि उनमें इतनी हिम्मत नहीं है कि वे ट्रंप को झूठा कह सकें।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने मीडिया से बातचीत में कहा, "मैंने कहा था कि संसद में मेरा भाषण समाप्त होने तक डोनाल्ड ट्रंप का 'सीजफायर' वाला दावा 30 बार हो जाएगा, लेकिन इनमें (प्रधानमंत्री) हिम्मत नहीं है कि वो ये बोल पाएं कि ट्रंप झूठ बोल रहे हैं। और हम इसको सहन नहीं करेंगे। हम ऐसी बातें बर्दाश्त नहीं करेंगे, ऐसा बोलने की इनकी हिम्मत नहीं है।"
खड़गे ने आगे कहा, "दाल में कुछ काला है, इसीलिए वह (प्रधानमंत्री) कुछ नहीं कह रहे हैं। उनकी क्या कमजोरी है, यह देश को बताना चाहिए। दो घंटे के भाषण में डोनाल्ड ट्रंप का नाम नहीं लिया।"
इस पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने भी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री ने ट्रंप का नाम नहीं लिया। ये सबको मालूम है क्या हुआ है और प्रधानमंत्री बोल नहीं पा रहे हैं। अगर प्रधानमंत्री ने बोल दिया तो ट्रंप खुलकर बोलेंगे और पूरी सच्चाई रख देंगे, इसलिए प्रधानमंत्री बोल नहीं पा रहे हैं।"
राहुल गांधी ने यह भी कहा कि ट्रंप बार-बार एक ही बात को इसलिए दोहरा रहे हैं, क्योंकि वो ट्रेड डील में भारत सरकार को दबाएंगे। आप देखना कैसी ट्रेड डील बनती है।
कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने भी इस मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा, "जिन शब्दों में प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री ने कहा है, आप उन शब्दों को ध्यान से सुनेंगे तो यह 'गोल-मोल' शब्द हैं।" राहुल गांधी की बातों को दोहराते हुए प्रियंका ने कहा कि सरकार सीधे शब्दों में कहे कि अमेरिका के राष्ट्रपति झूठा बोल रहे हैं।